NCERT Solutions for Class 7 Hindi Free PDF Download

NCERT Solutions for NCERT Solutions for Class 7 Hindi Vasant and Durva. Get here all the question answers given at the end of Vasant NCERT Book and Durva NCERT Book updated for academic session 2024.

Question answers, vilom shabd, prayayvachi, milan karo, etc. All the questions are answer properly in simplified way so that students can understand easily.

NCERT Solutions For Class 7 Hindi

कक्षा:7
विषय:हिन्दी – वसंत और दूर्वा भाग 1
सामाग्री:NCERT के समाधान

कक्षा 6 हिन्दी के प्रश्न उत्तर

NCERT Solutions for class 7 Hindi in PDF form to free download. NCERT books and their solutions both are given to study online. NCERT Solutions of other subjects of class VII in PDF form. Solutions of Durva bhag 2, Vasant bhag 2 and Bal Mahabharat katha and NCERT is given below to download as PDF files. Assignments and question banks will be uploaded later on. कक्षा ७ के लिए हिंदी की पाठयपुस्तक के अभ्यास के प्रश्न उत्तर. Solutions will be updated if any error, so please specify.

NCERT Solutions for class 7 Hindi

Download NCERT Solutions for 7th Hindi in PDF form. Durva part 2 and Vasant Part 2 with Bal Mahabharat Katha in PDF form solutions – easily downloadable so that you can use it offline also.

Detailed Overview of Class 7 Hindi NCERT Solutions

Class:7
Subject:Hindi
Number of Chapters:Mahabharath Vasant – 2024
Content Type:Text, Videos, Images and PDF Format
Academic Year:2024-25
Medium:English and Hindi
Available Materials:Chapter Wise
Other MaterialsImportant QuestionsRevision Notes

वसंत भाग २ – VASANT PART – 2

Chapter 1 हम पंछी उन्मुक्त गगन के
Chapter 2 दादी माँ
Chapter 3 हिमालय की बेटियां
Chapter 4 कठपुतली
Chapter 5 मीठाईवाला
Chapter 6 रक्त और हमारा शरीर
Chapter 7 पापा खो गए
Chapter 8 शाम एक किशान
Chapter 9 चिड़िया की बच्ची
Chapter 10 अपूर्व अनुभव
Chapter 11 रहीम की दोहे
Chapter 12 कंचा
Chapter 13 एक तिनका
Chapter 14 खानपान की बदलती तस्वीर
Chapter 15 नीलकंठ
Chapter 16 भोर और बरखा
Chapter 17 वीर कुवर सिंह
Chapter 18 संघर्ष के कराण मैं तुनुकमिजाज हो गया धनराज
Chapter 19 आश्रम का अनुमानित व्यय
Chapter 20 विप्लव गायन

बाल महाभारत कथा

NCERT Solutions for Class 7 Hindi Bal Mahabharat बाल महाभारत

दूर्वा भाग – २ – DURVA PART – 2

NCERT Solutions for Class 7 Hindi Chapter 1 – चिड़िया और चुरुंगुन

 

 

 


Chapter 1 – चिड़िया और चुरुंगुन

 

अभ्यास


1. नमूने के अनुसार लिखो-
नमूना → छोड़ घोंसला बाहर आया.
                देखी डालें, देखे पात। 

उत्तर :- चुरुंगन घोंसला छोड़कर बाहर आया। उसने डालें और पत्ते देखे।


(क) डाली से डाली पर पहुँचा,
देखीं कलियाँ देखे फूल।

उत्तर :- चुरुंगुन एक डाली से दूसरी डाली पर पहुँचा। उसने कलियाँ और फूल देखे।


(ख) खाने-गाने के सब साथी,
देख रहे हैं मेरी बाट।.

उत्तर :- चुरुंगुन के खाने-गाने वाले सब साथी, उसकी राह देख रहे हैं।


(ग) कच्चे-पक्के फल पहचाने,
खाए और गिराये काट।

उत्तर :- चुरूंगुन कच्चे-पक्के फल पहचानने लगा है। उसने कुछ फल खाए और काटकर गिराये हैं।


(घ) उस तरु से इस तरु पर आता,
जाता हूँ धरती की ओर।

उत्तर :- चुरुंगुन एक तरु से दूसरे तरु पर आता-जाता रहता है। वह धरती की ओर भी जाता है।

 


2. कविता से


(क) चुरुंगुन अपने ‘उड़ने’ के बारे में बार-बार अपनी माँ से क्यों पूछता है?

उत्तर :-
चुरुंगुन अपने ‘उड़ने’ के बारे में बार-बार अपनी माँ से इसलिए पूछता है क्योंकि वह अभी नादान है, उसे नहीं पता कि उड़ना किसे कहते हैं, उड़ने लायक कब बना जाता है। वह माँ से यह जानना चाहता है कि वह उड़ने लायक हो गया है।


(ख) चुरुंगुन को कौन सी चीज़ें अच्छी लगती हैं?

उत्तर :-
चुरुंगुन को डालों-पत्तों पर घूमना, पत्ते का हिलमिल कर बातें करते देखना, कलियों और फूलों को देखना, कच्चे-पक्के फल खाना, अपने साथियों के साथ खेलना, सभी वृक्षों पर आना-जाना, धरती की ओर जाना तथा नीला गगन देखना अच्छा लगता है।

 

(ग) चुरुंगुन अभी-अभी अपने घोंसले से निकला है। फिर भी वह पूरी दुनिया के बारे में जानना चाहता है। तुम किन चीज़ों के बारे में जानना चाहते हो?

उत्तर :-
छात्र लिखें कि वह किन चीज़ों के बारे में जानना चाहते हैं जैसे – पशु-पक्षी के बारे में जानना, समुद्र में रहने वाले जीवों के बारे में जानना, ऐतिहासिक धरोहरों के बारे में आदि।

 


3. क्रम से लगाओ
नीचे कुछ चीज़ों के नाम लिखें हैं। चुरुंगुन ने पहले किसे देखा? क्रम से लगाओ।
फूल, पात, फुनगी, दाल, फल, कलियाँ
धरती, साथी, तरु, दाना, गगन

उत्तर :-
डाल, पात, कलियाँ, फूल, फुनगी, फल, साथी, तरु, धरती, दाना, गगन

 


4. और चुरुंगुन उड़ गया
उड़ने के बाद चुरुंगुन कहाँ-कहाँ गया होगा? उसने क्या-क्या देखा होगा? अपने शब्दों में लिखो।

उत्तर :-
उड़ने के बाद चुरुंगुन खेत-खलिहानों, बागों में गया होगा। वहाँ उसने फसलों, रंग-बिरंगे खुशबूदार फूल, नदियों, आदमी, पशु तथा पक्षियों को देखा होगा।

 


5. वचन बदलो
नमूना → घोंसला – घोंसले, घोंसलों

उत्तर :-
एकवचन – बहुवचन
डाल – डालें, डालों
बात – बातें, बातों
कली – कलियाँ, कलियों
फूल – फूलों
फल – फलों
साथी – साथियों
तरु – तरुओं
दाना – दानें
डैना – डैने

 


6. बार-बार बोलो और प्रत्येक शब्द से वाक्य बनाओ
डाल – ढाल
बात – भात
फूल – मूल
दाना – धान
फल – पल

उत्तर :-
डाल – चिड़िया डाल पर बैठी है।
ढाल – उसके हाथ में ढाल भी है।
बात – तुम मुझसे बात मत करो।
भात – मुझे थोड़ा और भात दो।
फूल – इस फूल की खुशबू अच्छी है।
मूल – परिश्रम सफलता का मूल मंत्र है।
दाना – चिड़ियाँ दाना चुग रही हैं।
धान – इस साल धान की उपज पिछले साल से ज्यादा हुई है।
फल – पेड़ों पर फल पक गए हैं।
पल – आग लगने से पल में सब कुछ तबाह हो गया।

 

 

 

 

 

 

NCERT Solutions for Class 7 Hindi Chapter 2 – सबसे सुंदर लड़की

 

 

 

पाठ – 2 सबसे सुंदर लड़की (कहानी) हिंदी दूर्वा भाग-II

 

अभ्यास


1. वाक्य जोड़ो
नमूना → सहेलियाँ नाचती हैं। वे गाती भी हैं।
                सहेलियाँ नाचती-गाती हैं।
क. लहरें उछलती हैं। वे कूदती भी हैं।

उत्तर :- ► लहरें उछलती-कूदती हैं।


ख. सब बच्चे हँसते हैं। वे खेलते भी हैं।

उत्तर :- ► सब बच्चे हँसते-खेलते हैं।

 
ग. मेरी माँ पढ़ना जानती है। वह लिखना भी जानती हैं।

उत्तर :- ► मेरी माँ पढ़ना-लिखना जानती हैं।

 

 

2.  कहानी से

(क) हर्ष और कनक छोटे होने पर भी समुद्र की लहरों में कैसे तैर सकते थे?

उत्तर :-
हर्ष और कनक समुद्र के किनारे रहते थे। उन्हें तैरने का कई वर्षो का अनुभव था इसलिए वे समुद्र की लहरों में भी तैर सकते थे।


(ख) हर्ष का पिता क्या काम करता था?

उत्तर
हर्ष के पिता कलाकार थे। वे समुद्र में जाल डालकर सीपियाँ, रंग-बिरंगी कौड़ियाँ, अनेक प्रकार के सुंदर-सुंदर शंख, चित्र-विचित्र पत्थर बटोरते और उनसे वह तरह-तरह के खिलौने और मालाएँ तैयार करते जिसे वह पास के बड़े नगर में बेच आते।


(ग) कनक छोटे-छोटे शंखों की मालाएँ बनाकर क्यों बेचती थी?

उत्तर
कनक के पिता की मृत्यु हो चुकी थी। माँ मछलियाँ बेचकर घर चलातीं थी। उनकी आर्थिक सहायता करने के लिए कनक छोटे-छोटे शंखों की मालाएँ बनाकर बेचती थी।


(घ) मंजरी को कनक क्यों नहीं भाती थी?

उत्तर
कनक एक अच्छी तैराक थी। वह हर्ष के साथ हाथ में हाथ डालकर तूफ़ानी लहरों पर दूर निकल जाती, ऐसा देखना मंजरी को अच्छा नहीं लगता इसलिए उसे कनक नहीं भाती।


(ड़) मंजरी ने कनक को अपना खिलौना क्यों दे दिया?

उत्तर
मंजरी ने कनक को अपना खिलौना इसलिए दिया क्योंकि उसने मंजरी को समुद्र की लहरों में डूबने से बचाया था। मंजरी की नजरों में वह सबसे सुंदर लड़की थी।

 

3. रिक्त स्थान भरो-
नमूना →
गुड़िया जैसी सुंदर

(क) दूध जैसा  ______

उत्तर :- ► सफ़ेद


(ख) हाथी जैसा ______

उत्तर :- ► मोटा


(ग) रात जैसा ______

उत्तर :- ► अँधेरा


(घ) रुई जैसा _____

उत्तर :- ► मुलायम


(ड़) चीनी जैसा _____

उत्तर :- ► मीठा

 

 

4. कौन कैसा
नीचे कुछ शब्द लिखें हैं। उन्हें उचित खाने में लिखो।
दयालु, डरपोक, साहसी, सुंदर, अमीर, गरीब, समझदार, लालची, 
ईर्ष्यालु, अच्छी, मेहनती, आलसी, मूर्ख, लापरवाह, मनमौजी।

उत्तर :-
* कनक. * मंजरी
दयालु डरपोक
साहसी ईर्ष्यालु
गरीब अमीर
समझदार. लालची
अच्छी लापरवाह
मेहनती मुर्ख
मनमौजी आलसी
सुंदर

 


6. (क) “वह बेचारी थी बड़ी गरीब।”लोग आमतौर पर गरीबों को बेचारा और असहाय क्यों मानते हैं? कहानी में कनक को बेचारी कहा गया है जबकि वह निडर और दूसरों की सहायता करने वाली लड़की थी। दूसरी ओर मंजरी गरीब नहीं थी पर ईर्ष्यालु और डरपोक थी। तुम्हारे विचार से असली गरीब कौन है?

उत्तर :-
लोग आमतौर पर धन को ताकतवर होने का मापक मानते हैं। वे सोचते हैं जो धनवान है वही ताकतवर है। गरीब कुछ नहीं कर सकता, वह असहाय है।
मेरे विचार से असली गरीब मंजरी है। वह केवल कनक से ईर्ष्या करती थी। जब कनक ने उसे डूबने से बचाया तब उसे अपने असहाय होने का पता चला जो कि सच्चे अर्थ में गरीब की निशानी है।

 

(ख) तुमने अपने आस-पास अमीर और गरीब, दोनों तरह के लोग देखे होंगे। तुम्हारे विचार से गरीबी के क्या कारण हो सकते हैं?

उत्तर :-
अशिक्षा गरीबी का प्रमुख कारण है। अशिक्षित लोगों को ढंग का रोजगार नहीं मिल पाता जिससे कारण उन्हें कम वेतन मिलता है।


(ग) अमीरी और गरीबी के अंतर को कैसे दूर किया जा सकता है? कुछ उपाय सुझाओ।

उत्तर :-
अमीरी और गरीबी के अंतर को दूर करने के लिए हमें इन उपायों को अपनाना होगा-
• शिक्षा को बढ़ावा देना।
• न्यूनतम मजदूरी को बढ़ाना तथा इसे लागू करने के लिए कड़े कानून बनाना।
• रोजगार की संख्या को बढ़ाना।
• जनसंख्या वृद्धि में कमी लाना।

 


पृष्ठ संख्या: 11

9. वाक्य बनाओ
‘उसके पिता एक सुंदर-सा खिलौना बनाने में लगे हैं।’इस वाक्य में ‘सुंदर-सा’ लगाकर वाक्य बनाया गया है। तुम भी साधारण, बड़ा, छोटा, लंबा, गोल, चौकोर और त्रिकोण शब्द में सा, से या सी का प्रयोग कर वाक्य बनाओ।

उत्तर :-
साधारण-सा – उसके पास एक साधारण-सा खिलौना है।
बड़ा-सा – मैंने एक बड़ा-सा हाथी देखा।
छोटा-सा – मेरे पास एक छोटा-सा बैग है।
लंबा-सा – वहाँ एक लंबा-सा साँप है।
गोल-सी – उसने मुझे एक गोल-सी मिठाई खिलाई।
चौकोर-सा – मुझे वह चौकोर-सा बर्तन दो। 
त्रिकोण-सी – उसने पन्ने पर एक त्रिकोण-सी आकृति बनाई।

 

 

 

 

 

 

NCERT Solutions for Class 7 Hindi Chapter 3 – मैं हूँ रोबोट

 

 


पाठ – 3 मैं हूँ रोबोट हिंदी (निबंध) हिंदी दूर्वा भाग-II
पृष्ठ संख्या: 15

 

अभ्यास

1. पाठ संबंधी प्रश्न

क. तुममें और रोबोट में क्या-क्या अंतर है?

उत्तर :-
रोबोट का शरीर लोहा-इस्पात और प्लास्टिक का बना होता है वहीं इंसान का शरीर हड्डियों तथा माँस का बना होता है।
रोबोट दिए गए आदेश के अनुसार काम करता है वहीं मनुष्य अपनी इच्छानुसार काम करता है।
रोबोट के शरीर में तारों का जाल बिछा होता है जिनमें विद्युत की धारा बहती है वहीं मनुष्य के शरीर में शिराओं और धमनियों का जाल बिछा होता है जिसमें खून की धारा बहती है।
रोबोट किसी भी वातावरण में काम कर सकता है जो की मनुष्य नही कर सकता है।
रोबोट गंध का अनुभव नहीं कर सकता वहीँ मनुष्य गंध का अनुभव कर सकता है।


ख. अगर तुम्हें रोबोट से कुछ करवाना हो तो क्या करोगे?

उत्तर :-
छात्र अपनी निजी राय दें।

 

 

2. सही मिलान करो

क. तुम्हारे शरीर में चाँद पर पहुँचा है।

ख. मनुष्य अपने शिराओं और धमनियों
बुद्धि के बल से  का जाल बिछा हुआ है।

ग. रोबोट का मस्तिष्क  लोहा-इस्पात और
प्लास्टिक का बना है।

घ. रोबोट का शरीर. विषैले और विषम वातावरण
में काम कर सकता है। विषैले
और विषम वातावरण में काम
कर सकता है।

ड़ रोबोट. कंप्यूटर है।


उत्तर :-
क. तुम्हारे शरीर में शिराओं और धमनियों का
जाल बिछा हुआ है।

ख. मनुष्य अपने बुद्धि चाँद पर पहुँचा है।
के बल से

ग. रोबोट का मस्तिष्क  कंप्यूटर है।

घ. रोबोट का शरीर. लोहा-इस्पात और
प्लास्टिक का बना है।

ड़. रोबोट . विषैले और विषम वातावरण में
काम कर सकता है।

 


3. सोचो और जवाब दो

(क) अगर रोबोट की आँखें या हाथ न होते तो कौन-कौन सा काम नहीं कर पाता?

उत्तर :-
अगर रोबोट की आँखें या हाथ ना होते तो वह कुछ देख नहीं पाता, मांगीं गयीं चीज़ों का ला नहीं पाता। अन्य बहुत सारे काम नहीं कर पाता जैसे सामान लाना, सफाई करना, बोझ नहीं उठा पाता आदि।


(ख) रोबोट ऐसे कौन-कौन से काम कर सकता है जो मनुष्य नहीं कर सकता। 

उत्तर :-
रोबोट बेहद गर्म चीज़ों को अपने हाथों से पकड़ सकता है और बिना कुछ खाए-पिये, कितने भी गर्म या ठंडे, गंदे वातावरण में में रहकर काम कर सकता है। गहरे से गहरे समुद्र में भी चीज़ों को खोज सकता है। खतरनाक और अनजान ग्रहों पर जाकर उनका अध्यन कर सकता है।

 

(ग) रोबोट ऐसे कौन-कौन से काम नहीं कर सकता जो मनुष्य कर सकता है।

उत्तर :-
मनुष्य गंध का अनुभव सकता है जो कि रोबोट नहीं कर सकता।
मनुष्य सुख-दुःख का अनुभव कर सकता है जो की रोबोट नहीं कर सकता।
मनुष्य मनुष्य अच्छे-बुरे में फर्क कर सकता है जो कि रोबोट नहीं कर सकता।

 

पृष्ठ संख्या: 16

4. नमूने का अनुसार लिखो
नमूना → सजीव-निर्जीव

क़. सम –

उत्तर :- ► विषम


ख. गर्मी –

उत्तर :- ► सर्दी


ग. गन्दा –

उत्तर :- ► साफ


घ. कम –

उत्तर :- ► ज्यादा


ड़. जीवन –

उत्तर :- ► मरण


च. हाजिर.

उत्तर :- ► गैरहाजिर

 

 

6. सही शब्द चुनकर पुरे करो

(क) मेरा शरीर हाड़-माँस का नहीं
उत्तर :- लोहा-इस्पात और प्लास्टिक का बना है। (बल्कि/या)


(ख) वेणु सातवीं कक्षा में पढ़ता है ……….. उसकी बहन आठवीं कक्षा में पढ़ती है। (और/फिर)

उत्तर :- ► और


(ग) पहले खाना खा लो ……………… पढ़ना। (लेकिन/फिर)

उत्तर :- ► फिर


(घ) तुम्हें घूमना पसंद है ………………. खेलना? (किंतु/या)

उत्तर :- ► या


(ङ) मैं तैरना चाहता हूँ ……………. मुझे तैरना नहीं आता। (लेकिन/और)

उत्तर :- ► लेकिन


(च) छाता लेकर जाओ …………….. भीग जाओगे। (फिर/वरना)

उत्तर :- ► वरना

 

 

7. पढ़ो और समझो
निम्नलिखित वाक्यों को पढ़ो और रेखांकित शब्दों की ओर ध्यान दो। तुम जानते हो कि ये शब्द ‘मैं’ शब्द के विभिन्न रूप हैं। ‘मैं’ शब्द सर्वनाम है और ये सभी शब्द भी सर्वनाम हैं। इसी प्रकार ‘वह’ (लड़का अथवा लड़की) तथा ‘तुम’ सर्वनामों के विभिन्न रूपों से पाँच-पाँच वाक्य बनाओ।

नमूना → वह यंत्र मानव नहीं है। तुम यंत्र मानव हो।
मैं एक यंत्र मानव हूँ। आम भाषा में लोग मुझे रोबोट कहते हैं।
मेरा शरीर हाड़-माँस का नहीं है।
मेरी भी टाँग, भुजा और अँगुलियाँ हैं।
मेरे ये सभी अँग धातुओं से बने हैं।

उत्तर :-
वह का रूप
वे – वे खेलने गए हैं।
तुम के विभिन्न रूप
तुम्हें – तुम्हें घर जाना है।
तुम्हारा – तुम्हारा बैग मेरे पास है।
तुम्हारी – तुम्हारी किताब मेरे पास है।
तुमसे – तुमसे मुझे कुछ काम था।
तुमको – तुमको टीचर बुला रही है।
तुमने – तुमने यह गन्दा कर दिया।

 

 

 

NCERT Solutions for Class 7 Hindi Chapter 4 – गुब्बारे पर चीता

 

 

 

Chapter 4 – गुब्बारे पर चीता

 

Page No 21:

Question 1:
(क) हेडमास्टर साहब ने बच्चों को सरकस में जाने से क्यों मना किया होगा?

(ख) सरकस के बारे में कौन-कौन सी अफ़वाहें फैली हुई थीं?

(ग) बलदेव सरकस में जाकर निराश क्यों हो गया?

(घ) बलदेव और चीता दोनों गुब्बारे पर ऊपर उठते जा रहे थे। फिर भी चीते ने बलदेव को कोई नुकसान क्यों नहीं पहुँचाया?

(ङ) कहानी के इस वाक्य पर ध्यान दो-

“इतने में उसे एक बड़ा भारी गुब्बारा दिखाई दिया” तुम्हें क्या लगता है कि गुब्बारा भारी होता है? लेखक ने उसे भारी क्यों कहा है?

ANSWER:
(क) हेडमास्टर साहब जानते होगें कि यह स्थान बच्चों के लिए सुरक्षित नहीं है। वहाँ बहुत प्रकार के जंगली जानवर होते हैं। कौन-सा जानवर कब क्या कर दे कोई नहीं जानता। बच्चों की सुरक्षा के बारे में सोचकर ही हेडमास्टर साहब ने जाने से मना किया होगा।

(ख) सर्कसवालों ने यह अफ़वाह उड़ाई थी कि बकरी और शेर एक ही बर्तन में पानी पिएँगे, हाथी पैरगाड़ी को चलाएगा, तोता बंदूक चलाएगा और वनमानुष बाबू के समान बैठेगा इत्यादि।

(ग) बलदेव ने सोचा था कि सभी जानवर बहुत भयानक होगें और उनके करतबों को देखने में बड़ा आनंद आएगा। परन्तु वहाँ जाकर उसने देखा कि शेर, बाघ भालू बहुत दुर्बल थे। ढ़ग से देखभाल न होने के कारण वे अपने असली रुप को खो चूके थे। कुत्ते की तो एक टाँग ही नहीं थी। उन्हें देखकर वह मायूस हो गया था। उनके द्वारा अच्छे करतब दिखाए जाने की उम्मीद समाप्त हो गई।

(घ) चीता स्वयं अपने प्राणों को संकट में जानकर घबरा गया। वह अपना सारा चीतापन भूल गया था। भय के कारण वह बलदेव को नुकसान नहीं पहुँचा पाया।

(ङ) लेखक ने गुब्बारे के विशाल आकार के कारण उसे बड़ा भारी गुब्बारा कहा है। बड़ा शब्द गुब्बारे की विशालता को बताने के लिए काफी नहीं था। उसने बड़ा के साथ भारी शब्द लगाकर उसकी विशालता को बहुत अच्छी तरह से बताने का प्रयास किया है ताकि पढ़ने वाले गुब्बारे के आकार का अंदाज़ा लगा सकें।

 


Page No 21:

Question 1:
(क) गुब्बारे में से हवा निकलने पर वह नीचे क्यों आने लगता है?

(ख) स्कूल में तुम्हें क्या-क्या करने के लिए अनुमति लेनी पड़ती है?

(ग) क्या तुमने अपने आस-पास के जानवरों की दुर्दशा देखी है? उसके बारे में बताओ।

(घ) सरकस में जानवरों के करतब दिखाए जाते हैं। उनके प्रति क्रूरता बरती जाती है। क्या ऐसे सरकस को मनोरंजन का साधन माना जा सकता है? सरकस को स्वस्थ मनोरंजन का साधन बनाने के लिए क्या किया जाना चाहिए?

ANSWER:
(क) गुब्बारे को ऊपर उड़ाने के लिए उसमें गरम हवा भरी जाती है। गरम हवा हल्की होती है। अत: गुब्बारा इसके कारण ऊपर उठने लगता है। जैसे-जैसे गुब्बारे में से हवा निकलने लगती है। गरम हवा का प्रभाव समाप्त होने लगता है। गुब्बारा भारी होने लगता है और गुरुत्वाकर्षण के कारण वह नीचे गिर जाता है।

(ख)

1. स्कूल से बाहर जाने की अनुमति लेनी पड़ती है।

2. किसी मित्र को बुलाने की अनुमति लेनी पड़ती है।

3. बाहर से कुछ मंगवाने की अनुमति लेनी पड़ती है।

4. देर से आने की अनुमति लेनी पड़ती है।

5. अवकाश में जाने की अनुमति लेनी पड़ती है।

6. पानी पीने जाने के लिए अनुमति लेनी पड़ती है।

(ग) मैंने चिड़ियाघर में जानवरों की दुर्दशा देखी है। उन्हें एक छोटे-से स्थान पर रखा जाता है। वहाँ उन्हें सही प्रकार का वातावरण नहीं मिलता है, जिसके कारण वे दुर्बल हो जाते हैं। पानी की सफ़ाई कई-कई दिनों तक नहीं होती जिसके कारण वे कई प्रकार की बीमारियों से भी ग्रस्त होते हैं।

(घ) जिस सरकस में जानवरों के प्रति क्रूरता बरती जाती है, वह मनोरंजन के साधन नहीं माना जा सकता है। उस पर लगाम लगाना आवश्यक है। जानवरों को भी मनुष्य के समान जीने का अधिकार प्राप्त होना चाहिए। जानवरों के साथ, अच्छा व्यवहार किया जाना चाहिए। सरकस में ऐसे करतबों को स्थान दें, जिनमें जानवरों का प्रयोग ही नहीं किया जाए। यदि जानवरों को दिखाना बहुत आवश्यक है, तो उनसे ऐसे करतब करवाएँ जाएँ जिनमें उन्हें शारीरिक कष्ट न के बराबर हो। ऐसा करके हम सरकस को स्वस्थ मनोरंजन का साधन बना सकते हैं।

 

Page No 22:

Question 1:
(क) तुम्हारे स्कूल से भागने के कौन-कौन से बुरे परिणाम हो सकते हैं?

(ख) किसी चीज़ के प्रचार के लिए विज्ञापन का इस्तेमाल क्यों किया जाता है?

(ग) तुम भी सड़क सुरक्षा, प्रदूषण और शिक्षा के बारे में विज्ञापन बनाकर अपने मित्र को दिखाओ तथा पूछो कि उसे तुम्हारा विज्ञापन पसंद आया या नहीं। कारण भी पूछो।

ANSWER:
(क)

(1) स्कूल से निकाला जा सकता है।

(2) अध्यापकों की नज़रों में गिर सकते हैं।

(3) पढ़ाई से मन हट सकता है।

(4) माता-पिता के क्रोध का सामना करना पड़ सकता है।

(5) इसके लिए कठिन सज़ा भी मिल सकती है।

(6) बुरे लोगों के हाथ लग सकते हैं।

(7) बुरे लोगों द्वारा अपंग बनाया जा सकता है।

(8) किसी के द्वारा मारा भी जा सकता है।

(ख) विज्ञापन आज प्रचार का सबसे प्रभावशाली, माध्यम है। विज्ञापन के माध्यम से लोगों को उत्पाद के विषय में जानकारी दी जाती है। इसके माध्यम से लोगों से सीधा संपर्क स्थापित किया जाता है।

(ग) इस प्रश्न का उत्तर विद्यार्थी स्वयं करें।

 


Page No 22:

Question 1:
नीचे लिखे वाक्य पढ़ो। उनमें इस्तेमाल हुए मुहावरों को अपने ढंग से इस्तेमाल करके कुछ और वाक्य बनाओ।

(क) बलदेव के तो होश उड़े हुए थे।

(ख) बलदेव के दिल में जो बात बैठ जाती; उसे पूरा करके ही छोड़ता।

(ग) वह इतना डरा कि उसके हाथ-पाँव फूल गए।

(घ) ऐसा लगा जैसे किसी ने चीते का खून चूस लिया हो।

(ङ) बलदेव का दिल काँप उठा।

ANSWER:
(क) चोरों को घर में देखकर नेहा के होश उड़ गए।

(ख) मन में यदि गलत बात बैठ जाती है, तो सरलता से निकलती नहीं है।

(ग) बैग से पैसे गायब देख माँ के हाथ-पाँव फूल गए।

(घ) मालिक तो काम करवा-करवाकर मेरा खून चूस लिया है।

(ङ) भईया की बीमारी का नाम सुनकर मेरा दिल काँप उठा।

 


Page No 22:

Question 1:
अजीब-अजीब. हिसाब-किताब

धीरे-धीरे जब-तब

अभी-अभी खेल-तमाशा

ज्यों-ज्यों भूख-प्यास

चूर-चूर. हड्डी-पसली


ANSWER:
विद्यार्थियों को इन्हें स्वयं पढ़कर समझने का प्रयास करना है। इसके लिए माता-पिता या दादा-दादी की सहायता ली जा सकती है।

 

 

 

NCERT Solutions for Class 7 Hindi Chapter 5 – थोड़ी धरती पाऊँ

 

 

 

 

Chapter 5 – थोड़ी धरती पाऊँ

 

 

Page No 25:

Question 1:
नीचे एक लकड़हारे और एक बच्ची की बातचीत दी गई है। इसे अपनी समझ से पूरा करो।


बच्चा- ओ भैया! आप इस पेड़ को क्यों काट रहे हो?

लकड़हारा- यह तो मेरा काम है।

बच्ची – पर यह तो गलत है।

लकड़हारा- यह कैसे गलत है? इसी से तो मेरे परिवार का भरण-पोषण होता है।


बच्ची………………………………………………………………………………………………………………………
लकड़हारा …………………………………………………………………………………………………………………………………………………………………………………………………………………………………………………………………………………………………………………………………………………………………………………………………………………………………………………………………………………………………………………………………………………………………………………………………………………………………………..
…………………………………………………………………………………………………………………………………………………………………………………………………………………………………………………………………………………………………………………………………………………………………………………………………………………………………………………………………………………………………………………………..

 

ANSWER:
बच्ची- काका इसके स्थान पर और भी तो काम कर सकते हो। आप नहीं जानते आपके इस व्यवसाय के कारण पृथ्वी तथा पूरी मानव जाति को कितने नुकसान उठाने पड़ रहे हैं।

लकड़हारा- मैं समझा नहीं कि मेरे पेड़ काटने से किसे नुकसान पहुँच रहा है।

बच्ची- देखिए काका जब आप पेड़ काटते हैं, तो हमारे वातावरण और पृथ्वी को बहुत नुकसान होता है। पेड़ काटने से मिट्टी की उर्वरा शक्ति समाप्त हो जाती है। पेड़ मिट्टी को बांधे रखते हैं। इसलिए पानी के बहाव में मिट्टी का नुकसान नहीं होता है। लेकिन यदि पेड़ ही काट दिए जाएं, तो बाढ़ आने पर मिट्टी बह जाती है। इससे खेती के लिए उपयुक्त मिट्टी नहीं मिलती। पेड़ हवा को शुद्ध करते हैं। वे कार्बनडाइ ऑक्साइड लेकर जीवनदायनी ऑक्सीजन देते हैं तथा प्रकृति के संतुलन को बनाकर रखते हैं। पेड़ों के समाप्त होने से एक दिन हम भी समाप्त हो जाएँगे।

लकड़हारा- (हैरानी से) हमें तो इस बारे मैं कुछ जानकारी नहीं थी। बिटिया अब मैं पेड़ नहीं काटूँगा और जो पेड़ काटे हैं, उनके स्थान पर नए पेड़ लाऊँगा। मैं आज ही प्रण लेता हूँ कि पेड़ों की रक्षा के लिए सदैव सजग रहूँगा।

बच्ची- (प्रसन्नतापूर्वक)- धन्यवाद काका! यदि सभी आपके जैसे सोचने लग जाए, तो हमारी पृथ्वी सदैव हरियाली से भरी रहेगी और इसके साथ ही मानव सभ्यता भी फलेगी।

 


Page No 25:

Question 1:
(क) कवि बाग-बगीचा क्यों लगाना चाहता है?

(ख) कविता में कवि की क्या विनती है?

(ग) कवि क्यों कह रहा है कि

‘आज सभ्यता वहशी बन,

पेड़ों को काट रही है?’

इस पर अपने विचार लिखो।

(घ) कविता की इस पंक्ति पर ध्यान दो-

“बच्चे और पेड़ दुनिया को हरा-भरा रखते हैं।”

अब तुम यह बताओ कि पेड़ों और बच्चों में क्या कुछ समानता है? उसे अपने ढंग से लिखो।

ANSWER:
(क) कवि बाग-बगीचा इसलिए लगाना चाहता है क्योंकि बाग-बगीचा लगवाकर वह अपने आसपास हरियाली भर देना चाहता है। कवि के अनुसार मनुष्य ने इमारतें बनाने के लिए वृक्षों की अंधाधुंध कटाई करवाई है। उसने चारों ओर इमारतों के जंगल खड़े कर दिए हैं। अब हालात यह हैं कि बाग-बगीचे लगवाने तक की जमीन शेष नहीं रही है। अतः कवि इन्हें लगवाकर वृक्षों को उगाना चाहता है और हरियाली भरा वातावरण कायम करना चाहता है।

(ख) कविता में कवि की लोगों से विनती है कि पेड़ों को कभी न काटें और यदि कोई काटने का प्रयास करे तो उसे पेड़ काटने न दें।

(ग) कवि ऐसा इसलिए कह रहा है क्योंकि आज की मानव सभ्यता अपने स्वार्थ के लिए अंधाधुंध वृक्षों की कटाई कर रही है। इसका परिणाम यह हो रहा है कि चारों प्रदूषण विद्यमान है और पृथ्वी वृक्षों से रहित हो रही है। वृक्षों की कटाई वहशीपने की सारी हदें पार कर चुकी है। ग्लोबल वार्मिंग इसका सबसे बड़ा उदाहरण है। इस वहशीपने से हम स्वयं का नुकसान कर रहे हैं।

(घ) बच्चों और पेड़ों में बहुत प्रकार की समानता विद्यमान हैं। जहाँ पेड़ रहते हैं, उस स्थान का सौंदर्य अलग ही होता है। बच्चे भी जहाँ रहते हैं वहाँ रौनक विद्यमान रहती है। उनकी मुस्कुराहट जीवन को खुशियों से भर देती है। पेड़ हरियाली ही नहीं देते बल्कि वे ठंडक, फल तथा फूलों भी देते हैं। इसी तरह बच्चे जीवन में प्रेम, सुख और सौंदर्य भर देते हैं।

 


Page No 25:

Question 1:
कविता पढ़ो और जवाब दो-

(क) कविता की कौन-सी पंक्तियाँ सबसे अच्छी लगीं?

(ख) वे पंक्तियाँ क्यों अच्छी लगीं?

ANSWER:
(क) पेड़ों के संग बढ़ना सीखो,

पेड़ों के संग खिलना

पेड़ों के संग-संग इतराना,

पेड़ों के संग हिलना।


(ख) ये पंक्तियाँ हमें पेड़ों की विशेषता बताती है इसलिए हमें ये बहुत अच्छी लगी हैं। ये पंक्तियाँ हमें संदेश देती हैं कि हमें पेड़ों के समान अपना स्वभाव बनाना चाहिए। ऐसा करके हम लोगों द्वारा प्रेम और आदर पाएँगे।

(नोट: विद्यार्थी इन प्रश्नों का उत्तर अपनी इच्छानुसार देने का प्रयास करें।)

 

 

Page No 26:

Question 1:
(क) तुम पेड़ों को बचाने के लिए क्या कुछ कर सकते हो? बताओ।

(ख) कविता में कवि ने बगीचे के बारे में बहुत कुछ बताया है। बताओ, नीचे लिखी चीज़ों में से कौन-सी चीज़ें बगीचे में होंगी?

कार. फूल

क्यारियाँ चिड़ियाँ

सड़क. फल

खेत. तालाब

कारखाने पेड़

कुर्सी कागज़

पत्ता टहनी

ANSWER:
(क) मैं पेड़ों को बचाने के लिए बहुत कुछ कर सकता हूँ। जैसे-

1. खाली पड़े स्थानों पर पेड़ लगा सकता हूँ।

2. पेड़ों को कटने से रोक सकता हूँ।

3. लोगों को इस विषय में जागरूक कर सकता हूँ।

4. अपने मित्रों तथा संबंधियों को उनके जन्मदिवस पर छोटे पौधे उपहार स्वरूप दे सकता हूँ ताकि वे उन्हें लगाएँ।

5. लगे हुए पेड़-पौधों का रख-रखाव कर सकता हूँ ताकि वे पानी या किसी अन्य कारण से नष्ट न हो जाएँ।

(ख) बगीचे में निम्नलिखित चीज़ें होगीं-

फूल

क्यारियाँ

चिड़ियाँ

फल

पेड़

टहनी

पत्ता

 

 

Page No 26:

Question 1:
(क) तुम्हारे घर के पास कौन-कौन से पेड़-पौधे, पशु-पक्षी आमतौर पर नज़र आते हैं? उनकी सूची बनाओ।

(ख) अपने आस-पास पता करके ऐसे किसी व्यक्ति से बात करो जिसने कोई पेड़ या पौधा लगाया है। उससे पूछकर निम्नलिखित जानकारी प्राप्त करो-

(i) पेड़/पौधे का नाम

(ii) कब लगाया था?

(iii) देखभाल की या नहीं?

(iv) क्या वह पेड़/पौधा अब भी मौजूद है?

ANSWER:
(क) इनकी सूची इस प्रकार है-

1. पेड़ों की सूची- आम, पपीता, कटहल, बेलपथरी का पेड़, शहतूत, अमरूद्ध का पेड़, अशोक वृक्ष आदि।

2. पौधों की सूची- मेंहदी, कड़ी पत्ता, ऐलोवेरा, कॉमन लारेल, नींबू का पौधा, चमेली का पौधा आदि।

3. पशु- सांड, गाय, कुत्ता, बिल्ली, बकरी, भैंस आदि।

4. पक्षी- तोता, कबूतर, मैना, छोटी चिड़िया, चील आदि।


(ख) 1. हमारे एक अंकल ने अपने घर के पास आम का पेड़ लगाया है। यह सिंदूरी आम की प्रजाति का है।

2. इसे लगे हुए तीन साल हो गए हैं।

3. अंकल ने इसकी बहुत देखभाल की है। वह इसे बराबर खाद-पानी देते रहते हैं। जब वह पौधा छोटा था तब उन्होंने उसके आस-पास लकड़ी का बाड़ा लगाकर उसकी रक्षा की थी। अब यह पेड़ मनुष्य आकार से बड़ा हो गया है और आज भी मौजूद है।

(नोटः विद्यार्थी इसे अपने अनुभव के आधार पर स्वयं करें।)

 


Page No 27:

Question 1:
हमारे देश में पुराने समय से ही पेड़-पौधों को लगाने और उन्हें कटने से बचाने की परंपरा रही है। कई बार लोगों ने मिलकर पेड़ों को बचाने के लिए आंदोलन भी किया। ऐसे ही किसी आंदोलन के बारे में जानकारी इकट्ठी करके कॉपी में लिखो। इसके लिए तुम्हें पुस्तकालय, समाचार-पत्रों, शिक्षिका या माता-पिता और इंटरनेट से भी सहायता मिल सकती है।

ANSWER:
चिपको आंदोलन- यह आंदोलन पेड़ों को कटने से बचाने के लिए सन् 1973 में गढ़वाल के चमोली जिले में आरंभ हुआ था। इसने धीरे-धीरे पूरे उत्तराखण्ड में जागरूकता फैलायी और पेड़ों को कटने से बचाया गया। सुंदर लाल बहुगुणा के नेतृत्व में स्त्रियों ने बढ़-चढ़कर इस आंदोलन में भाग लिया। स्त्रियों की सजगता के कारण ही यह आंदोलन सफल हुआ और कई असंख्य पेड़ों को बलि चढ़ने से बचाया जा सका। यह आंदोलन सत्याग्रह पर आधारित था। स्त्रियाँ पेड़ों से चिपक गई और बल प्रयोग करने पर भी नहीं हठीं। इस तरह से आंदोलन ने पूरे भारत के लोगों को जागरूक किया। यह ऐसा अनोखा आंदोलन था, जहाँ स्त्रियों की भागीदारी सबसे अधिक थी। इस आंदोलन को पूरे विश्व में सराहा गया।

(नोटः विद्यार्थी इससे अधिक जानकारी तथा लेख स्वयं एकत्र करें।)

 


Page No 27:

Question 1:
धरती ………………………………………………………….

चिड़िया ………………………………………………………..

हवा …………………………………………………………….

पेड़ ……………………………………………………………..

दुनिया …………………………………………………………

ANSWER:
धरती – पृथ्वी, ज़मीन।

चिड़िया – पक्षी, पंछी, खग।

हवा- वायु, समीर, पवन।

पेड़ – वृक्ष, तरु, विटप।

दुनिया – संसार, विश्व।

 


Page No 27:

Question 1:
जंगल, पेड़-पौधों और प्रकृति से संबंधित कुछ कविताओं के बारे में जानकारी प्राप्त करो। “जंगल” शीर्षक से दी गई कविता को पढ़ो और अपने दोस्तों को सुनाओ।

ANSWER:
(i) ‘शाम-एक किसान’ (सर्वेश्वरदयाल सक्सेना) कविता पढ़िए। इसमें कवि ने प्रकृति का बड़ा सुंदर चित्रण किया है।

(ii) ‘ग्राम श्री’ (सुमित्रानंदन पंत) कविता पढ़िए। इसमें कवि ने प्रकृति का सजीव ढंग से बड़ा मनोहारी चित्रण किया है।

(iii) ‘चंद्र गहना से लौटती बेर’ (केदारनाथ अग्रवाल) कविता पढ़िए। इसमें कवि ने पौधों को मनुष्य के समान कार्य करते हुए दिखाया है।

(नोटः “जंगल” कविता के विषय में आपको इंटरनेट या पुस्तकालय से स्वयं जानकारी प्राप्त करनी है।)

 

 

 

 

 

NCERT Solutions for Class 7 Hindi Chapter 6 – गारो

 

 

Chapter 6 – गारो

 

Page No 32:

Question 1:
(क) अपने प्रदेश या किसी अन्य राज्य की किसी जनजाति के बारे में पता करो। उसके बारे में अपनी कक्षा में बताओ।

(ख) यह पाठ एक लोककथा पर आधारित है। अगर तुमने भी कभी कोई लोककथा सुनी है तो लोककथा और सामान्य कहानी के बारे में अपनी कक्षा में चर्चा करो।

(ग) गारो लोगों ने बहुत लंबी यात्रा की थी। यदि तुमने भी कोई लंबी यात्रा की हो तो अपनी यात्रा के बारे में लिखो।

ANSWER:
(क) ‘मुंडा’ जनजाति झारखण्ड की मुख्य जनजातियों में से एक है। यह भारत की पुरानी जनजातियों में से एक कही जाती है। अधिकत्तर मुंडा रांची जिले में ही निवास करते हैं। इनकी भाषा मुंडारी कही जाती है। इनका मुख्य पेशा कृषि है। जंगल इनकी जीविका का मुख्य तथा उपयोगी साधन है। यह जनजाति अपनी लोककथा और लोकगीतों के लिए विश्व में खासी प्रसिद्ध है।

(ख) लोककथा और समान्य कहानी में बहुत अंतर होता है। लोककथा किसी सत्य कहानी पर आधारित होती है जबकि सामान्य कहानी काल्पनिक होती है। लोककथा हमारी संस्कृति का आधार होती है। सामान्य कहानी के साथ ऐसा होना आवश्यक नहीं होता। लोककथा में उस समय के जन-जीवन का सजीव चित्रण होता है, समान्य कहानी में इस तत्व का अभाव होता है। ये हमारी अमूल्य धरोहर हैं, जो सदियों से एक-से दूसरी और दूसरी से तीसरी पीढ़ी को मिल रही हैं। सामान्य कहानी में ऐसा नहीं होता। लोककथा मौखिक रुप में जीवित होती हैं। सामान्य कहानी लिखित अवस्था में होती हैं। लोककथा के निर्माण के विषय में जानकारी प्राप्त नहीं होती है। परन्तु सामान्य कहानी में सभी जानकारी मिल जाती हैं।

(ग) एक बार में अपने पिताजी के साथ दिल्ली से गढ़वाल गया हुआ था। हमने पूरी रात बस में बैठकर सफ़र किया। सुबह रामनगर पहुँचकर हमने अपने गाँव तक की दूसरी बस ली। वहाँ से हमारी यात्रा बहुत दुर्गम थी। वातावरण जितना मनभावन और रमणीय था। सफ़र उतना ही कठिन था। बस धीमी गति से चल रही थी; तब भी हमें डर लग रहा था। दोपहर बारह बजे हमारी बस ने हमें एक पक्की सड़क के किनारे छोड़ दिया। वहाँ पहुँचकर तो ऐसा लगा मानो मैं स्वर्ग में पहुँच गया हूँ। ठंडी हवा चल रही थी। चारों तरफ हृदय को आनंदित करने वाला दृश्य विद्यमान था। मेरे मामा हमें लेने आए थे। हमारा घर पहाड़ की तराई पर था। हमें नीचे तक पैदल यात्रा करनी थी। सारा सामान उन्होंने अपने कंधो पर उठा लिया। हम जंगल के रास्ते से गुज़रे। वहाँ शांति छायी हुई थी। कहीं-कहीं पर पानी की आवाज़ या पक्षियों का स्वर सुनाई पड़ रहा था। उस असीम शांति में सुकून और भय का मिला जुला स्वरूप विद्यमान था। हमें यह लग रहा था कि कोई जंगली जानवर न आ जाए। दो घंटे की उतराई ने हमारा दम ही निकाल दिया। परन्तु गाँव पहुँचकर हमने बड़ी राहत की साँस ली।

(नोट: इन प्रश्नों का उत्तर विद्यार्थियों को स्वयं करना है। अत: विद्यार्थी अपने अनुभवों के अनुसार इन प्रश्नों के उत्तर दें।)

 


Page No 32:

Question 1:
(क) पाठ के आधार पर गारो जनजाति के बारे में कुछ पंक्तियाँ लिखो।

(ख) गारो लोग एक स्थान पर क्यों बस जाना चाहते थे?

(ग) जा पा जलिन पा और सुक पा बुंगि पा का नाम आदर से क्यों लिया जाता है?

ANSWER:
(क) गारो एक जनजाति का नाम है। इनका संबंध चीन और तिब्बत से माना जाता है। प्राचीनकाल में यह खाने-पीने के साधनों की तलाश में एक स्थान से दूसरे स्थान तक विचरते रहते थे। मेघालय को इन्होंने अपना लिया और यहीं के हो गए। इस जनजाति के लोग शांति प्रिय होते हैं। उन्हें प्रकृति से बहुत गहरा लगाव होता है। प्रकृति के बीच में रहना इन्हें विशेष प्रिय है। ये परिश्रमी साहसी और दृढ़ निश्चयी लोग होते हैं।

(ख) गारो लोग स्वयं के खानाबदोश जीवन से तंग आ चुके थे। भोजन के लिए कई-कई दिनों तक भटकते रहना, विषम परिस्थितियों तथा मौसम का सामना करना व जंगली जानवरों के हमले से वे थक चुके थे। वे अपने लिए सुरक्षित और उपजाऊ स्थान चाहते थे जहाँ रहकर वह एक सुरक्षित और अच्छा जीवन जी सके। इसलिए वह किसी अच्छे स्थान पर बस जाना चाहते थे।

(ग) इन दोनों ने ही अपनी जाति के विकास और सुरक्षा के लिए सुंदर स्थान खोजा था। मेघालय राज्य इनके ही महत्वकांशा का परिणाम था। आज गारो जनजाति सभ्य और फल-फूल रही है, तो इन दोनों के दृढ़ निश्चय के कारण। इसलिए इन दोनों का नाम गारो जाति में बड़े आदर से लिया जाता है।

 


Page No 32:

Question 1:
(क) जंगलों से हमें कौन-कौन सी चीज़ें प्राप्त होती हैं?

(ख) गारो पहाड़ किस प्रदेश में हैं? मानचित्र पर उस प्रदेश का नाम लिखो।

ANSWER:
(क) जंगलों से हमें कंद-मूल, फल-फूल, औषधियाँ, लकड़ियाँ इत्यादि प्राप्त होता है।

(ख) गारो पहाड़ मेघालय में स्थित है। मानचित्र में इसे देखें-

 


Page No 32:

Question 1:
जन + जाति = जनजाति

शांति + प्रिय = शांतिप्रिय

महा + पुरुष = महापुरुष

मित्रता + पूर्ण = मित्रतापूर्ण

ANSWER:
(क) जनजाति शब्द दो शब्द ‘जन’ तथा ‘जाति’ से मिलकर बना है। इसका अर्थ है लोगों की जाति (समूह)। प्रायः यह शब्द भारत के आदिवासी लोगों के लिए प्रयोग किया जाता है।

(ख) शांतिप्रिय शब्द दो शब्द ‘शांति’ तथा ‘प्रिय’ शब्दों से मिलकर बना है। इसका अर्थ है ऐसे लोग जिन्हें शांति पसंद होती है।

(ग) महापुरुष यह शब्द दो शब्दों ‘महा’ तथा ‘पुरुष’ से मिलकर बना है। इसका अर्थ है महान पुरुष।

(घ) मित्रतापूर्ण यह शब्द भी दो शब्दों ‘मित्रता’ तथा ‘पूर्ण’ शब्द से मिलकर बना है। इसका अर्थ है ऐसा व्यवहार जिसमें मित्र के समान स्नेह विद्यमान हो।

 

 

Page No 33:
Question 1:
वर्षों तक इस प्रकार यात्रा होती रही।

वर्षों तक इस प्रकार यात्रा होती ही रही।

नीचे लिखे वाक्यों में सही जगह पर ‘ही’ लगाकर बोलो-

(क) सुधा सुबह तक पढ़ती रही।

(ख) यह पंखा हमेशा आवाज़ करता रहता है।

(ग) गारो लोगों का खानाबदोश जीवन कई सालों तक चलता रहा।

(घ) सुशील थककर सो गया।

(ङ) दो घंटे बाद बस चल पड़ी।

ANSWER:
(क) सुधा सुबह तक पढ़ती ही रही।

(ख) यह पंखा हमेशा आवाज़ करता ही रहता है।

(ग) गारो लोगों का खानाबदोश जीवन कई सालों तक चलता ही रहा।

(घ) सुशील थककर सो ही गया।

(ङ) दो घंटे बाद बस चल ही पड़ी।

 

 

Page No 33:

Question 1:
नीचे लिखे शब्दों में सही अक्षर भरो-

स. श ष

वि..य. साह… आक..क
पुरु…… ….. ष. वि…
वि…. म. …. त्रु ….टकोण
….. -मुद्र. ……हज

ANSWER:
विषय

साहस

आकर्षक

पुरुष

शेष

विष

विषम

शत्रु

षटकोण

वर्षा

वर्ष

समुद्र

सहज

 

 

Page No 33:

Question 1:
सामाजिक, पारंपारिक, ये शब्द इक (तद्धित) प्रत्यय लगाकर बनाए गए हैं। इसी प्रकार इक प्रत्यय लगाकर पाँच शब्द बनाओ।

ANSWER:
(1) साप्ताहिक

(2) व्यापारिक

(3) सांसारिक

(4) वैवाहिक

(5) व्यवहारिक

 

 

NCERT Solutions for Class 7 Hindi Chapter 7 – पुस्तकें जो अमर हैं

 


Chapter 7 – पुस्तकें जो अमर हैं

 


Page No 39:

Question 1:
(क) सी ह्यांग ती के समय में पुस्तकें कैसे बनाई जीत थीं?

(ख) पाठ के आधार पर बताओ कि राजा को पुस्तकों से क्या खतरा था?

(ग) पुराने समय से ही अनेक व्यक्तियों ने पुस्तकों को नष्ट करने का प्रयास किया। पाठ में से कोई तीन उदाहरण ढूँढ़कर लिखो।

(घ) बार-बार नष्ट करने की कोशिशों के बाद भी किताबें समाप्त नहीं हुईं। क्यों?

ANSWER:
(क) सी ह्यांग ती के समय में पुस्तकें लकड़ी के टुकड़ों पर अक्षर खोदकर बनाई जीत थीं। उस समय कागज़ का आविष्कार नहीं हुआ था। अतः लकड़ी के टुकड़ों पर किताबें बनाई जाती थीं।

(ख) राजा को लगा कि यदि किसी ने राजाओं के बारे में बुरा-भला लिखा होगा, तो उसकी प्रजा पर इससे बुरा असर पड़ेगा। उसका मानना था कि प्रजा को अपने राजा द्वारा दी गई आज्ञाओं का पालन करना चाहिए और समय पर कर देना चाहिए। परन्तु पुस्तकों के अध्ययन से प्रजा बागी हो सकती थी। अत: राजा ने सभी पुस्तकें जलवा दी।


(ग) निम्नलिखित उदाहरणों से पता चलता है कि तीन बार पुस्तकों को नष्ट करने का प्रयास किया गया था-

(i) सबसे पहले चीनी सम्राट सी ह्यांग ती के नाम का उदाहरण दिया गया है। उसने अपने समय में राज्य में विद्यमान सभी पुस्तकों को जलवा दिया था।

(ii) दूसरा उदाहरण भारत में छठी शताब्दी में नालंदा विश्वविद्यालय था। इसे आक्रमणकारियों ने जलाकर राख कर दिया था।

(iii) तीसरा उदाहरण प्राचीन नगर सिकंदरिया में स्थित एक बड़े पुस्तकालय का है। इसे भी जान-बूझकर जला दिया गया था।


(घ) बार-बार नष्ट करने की कोशिशों के बाद भी किताबें समाप्त नहीं हुईं। क्योंकि पुस्तक प्रेमियों ने उसे कंठस्थ किया हुआ था। मनुष्य लकड़ी को जला सकता है, दीवार या शीलाओं को तोड़ सकता है। परन्तु मनुष्य के मन को नहीं मार सकता। इसलिए पुस्तकें जलाने के बाद भी लोगों के मन के अंदर जीवित रहीं। जैसे ही राजा मरा सबने उन्हें पुनः लकड़ी के टुकड़ों में उकेर दिया। ऐसा करने से अन्य लोग भी उन पुस्तकों को पुनः पढ़ पाए।

 

 

Page No 39:

Question 1:
(क) किताबों को सुरक्षित रखने के लिए तुम क्या करते हो?

(ख) पुराने समय में किताबें कुछ लोगों तक ही सीमित थीं। तुम्हारे विचार से किस चीज़ के आविष्कार से किताबें आम आदमी तक पहुँच सकीं?

ANSWER:
(क) किताबों को सुरक्षित रखने के लिए मैं उन्हें पुस्तकों की अलमारी में ही रखता हूँ। बराबर उनकी साफ़-सफ़ाई करता हूँ। पुस्तकों पर कवर चढ़ाकर रखता हूँ ताकि उनमें धूल-मिट्टी न जमें। बहुत ही कीमती पुस्तकों को पॉलिथीन से ढककर सुरक्षित रखता हूँ।

(ख) पुराने समय में पुस्तकें आम आदमी की पहुँच से इसलिए बाहर थी क्योंकि वह लकड़ी के टुकड़ों या पत्थरों पर उकेरकर बनाई जाती थी। उन्हें एक स्थान से दूसरे स्थान तक लेकर जाना कठिन होता था। कागज़ के आविष्कार के बाद ही पुस्तकें आम आदमी तक पहुँच पायीं और इंटरनेट ने तो सोने पर सुहागा का काम किया है। अब लोग किसी भी स्थान पर अपनी पसंद की पुस्तकें पढ़ सकते हैं। यह ई-बुक के नाम से प्रचलित हैं।

 


Page No 39:

Question 1:
(क) साहित्य की दृष्टि से भारत का ……………. महान है। (अतीत/भूगोल)

(ख) पुस्तकालय के तीन विभागों को जलाकर ……………. कर दिया गया। (गर्म/राख)

(ग) उसे किताबों सहित ………….. में दफ़ना दिया गया। (ज़मीन/आकाश)

(घ) कागज़ ही जलता है, ………….. तो उड़ जाते हैं। (शब्द/पांडुलिपियाँ)

ANSWER:
(क) साहित्य की दृष्टि से भारत का अतीत महान है। (अतीत/भूगोल)

(ख) पुस्तकालय के तीन विभागों को जलाकर राख कर दिया गया। (गर्म/राख)

(ग) उसे किताबों सहित ज़मीन में दफ़ना दिया गया। (ज़मीन/आकाश)

(घ) कागज़ ही जलता है, शब्द तो उड़ जाते हैं। (शब्द/पांडुलिपियाँ)

 

 

Page No 40:

Question 1:
आगे ‘किताबें’ नामक कविता दी गई है। उसे पढ़ो और उस पर आपस में बातचीत करो।

ANSWER:
इस प्रश्न का उत्तर विद्यार्थी अपने साथी विद्यार्थियों के साथ मिलकर करें।

 

Page No 40:

Question 1:
इतिहास- इतिहासकार

शिल्प- ………

गीत- ………

संगीत- ………

मूर्ति- ………

रचना- ………

ANSWER:
इतिहास- इतिहासकार

शिल्प- शिल्पकार

गीत- गीतकार

संगीत- संगीतकार

मूर्ति- मूर्तिकार

रचना- रचनाकार

 

 

Page No 40:

Question 1:
(क) तुमने अब तक पाठ्यपुस्तकों के अतिरिक्त कौन-कौन सी पुस्तकें पढ़ी हैं? उनमें से कुछ के नाम लिखो।

(ख) क्या तुम किसी पुस्तकालय या पत्रिका के सदस्य हो? उसका नाम लिखो।

ANSWER:
(क) मैंने अब तक चंदामामा, नंदन, चंपक, पंचतंत्र इत्यादि पुस्तकें पढ़ी हैं। ये मनोरंजन से भरपूर बाल-पत्रिकाएँ हैं।

(ख) हाँ मैं दिल्ली पब्लिक लाइब्रेरी का सदस्य हूँ। बहुत ही कम शुल्क में इसकी सदस्यता प्राप्त की जा सकती है। यह सरोजनी नगर में स्थित है और यह पुस्तकालय बहुत ही बड़ा है।

(नोट: इन प्रश्नों का उत्तर विद्यार्थी अपने अनुभवों के आधार पर दें।)

 


Page No 40:

Question 1:
मान लो कि तुम एक किताब हो। नीचे दी गई जगह में अपनी कहानी लिखो।

 

मैं एक किताब हूँ। पुराने समय से
…………………………………………………………………………………………………………………………………………………………………………………………………………………………………………………………………………………………………………………………………………………………………………………………………………………………………………………………………………………………………………………………………………………………………………………………………………………………………………………………………………………………………………………………………………………………………………………………………………………………………………………………………………………………………………………………………………………………………………………………………………………………………………………………………………………………………………………………………………………………………………………………………………………..

ANSWER:
मैं एक किताब हूँ। पुराने समय से मनुष्य को ज्ञान बाँटती आ रही हूँ। जब तक ताड़पत्रों, तामपत्रों तथा कागज़ का आविष्कार नहीं हुआ था। लोगों द्वारा पत्थरों की शिलाओं तथा लकड़ी के पत्थरों पर मुझे उकेरा जाता था। मेरा यह स्वरूप बहुत भारी था। लोग मुझे सरलतापूर्वक एक स्थान से दूसरे स्थान तक नहीं ले जा पाते थे। अत: मेरा ज्ञान कुछ ही लोगों तक सीमित था। मैं स्वयं ही अपनी दशा से बहुत परेशान थी। परन्तु धीरे-धीरे ताड़पत्रों का प्रयोग बढ़ा उसके बाद ताम्रपत्रों का तथा बाद में कागज़ का प्रयोग हुआ। फिर क्या था मैं तेज़ी से लोगों की ज्ञान पिपासा शांत करने लगी। समय बदले और युग बदले आज मैं ई-पुस्तक के रूप में भी विद्यमान हूँ। कोई भी चाहे मुझे सरलतापूर्वक पढ़ सकता है। मेरी यात्रा का कोई अंत नहीं है। मैं सदियों से विद्यमान थी और आने वाले हज़ारों सालों तक विद्यमान रहूँगी। मेरे अंदर हर प्रकार का ज्ञान वर्णित करके रखा गया है और यही मेरी विशेषता और महत्वता को प्रदर्शित करता है।

 

 

 

 

 

 

 

 

NCERT Solutions for Class 7 Hindi Chapter 8 – काबुलीवाला

 


Chapter 8 – काबुलीवाला

 


Page No 48:

Question 1:
(क) मिनी को ऐसा क्यों लगता था कि काबुलीवाला अपनी झोली में चुराए हुए बच्चों को छिपाए हुए है?

(ख) मिनी की काबुलीवाले से मित्रता क्यों हो गई?

(ग) काबुलीवाला हमेशा पैसे क्यों लौटा देता था?

(घ) वर्षों बाद मिनी के पिता ने काबुलीवाले को उसकी किस बात से पहचान लिया?

ANSWER:
(क) काबुलीवाले के पास एक बड़ा-सा झोला होता था। वह उसे सदैव अपने कंधे पर रखता था। उसे देखकर उसके मन में यह विश्वास हो गया था कि काबुलीवाला अपनी झोली में दो-चार बच्चे चुराकर छिपा लेता है। यह विश्वास उसे अपनी माँ द्वारा भी आ सकता है क्योंकि घर के बड़े बच्चों को डराने के उद्देश्य से ऐसी बातें कह देते हैं। इस तरह वे अजनबियों से बच्चों को दूर रखने का प्रयास करते हैं।

(ख) काबुलीवाला मिनी के पिताजी के अतिरिक्त ऐसा दूसरा व्यक्ति था, जो मिनी की बात बड़े ध्यानपूर्वक सुनता था। वह हमेशा मिनी को बादाम-किशमिश देता था तथा उसके दिल बहलाने के लिए मज़ेदार बातें भी किया करता था। बस इसी कारणों से दोनों के मध्य दूरियाँ समाप्त हो गई और वे अच्छे मित्र बन गए।

(ग) काबुलीवाला मिनी से बहुत प्यार किया करता था। मिनी जैसी ही उसकी भी एक बेटी थी। मिनी को खुश करके उसे लगता था कि वह अपनी बिटिया को खुश कर रहा है। वह मिनी के लिए काजू-बादाम-किशमिश लाया करता था। बेटी के लिए लायी भेंट के लिए पैसे लेना उसे अच्छा नहीं लगता था। अत: वह उसके बदले दिए जाने वाले पैसे लौटा दिया करता था।

(घ) जब वर्षों बाद मिनी के पिता से मिलने काबुलीवाला आया, तो वह उसे उसकी हँसी देखकर पहचान पाए थे।

 


Page No 48:

Question 1:
(क) रहमत ने एक धोखेबाज़ आदमी को छुरा मार दिया। क्या अगर तुम रहमत की जगह होते तो क्या करते?

(ख) मिनी की माँ रहमत पर नज़र रखना चाहती थी परंतु पिता रहमत को मना नहीं कर पाते थे। तुम्हारे विचार में कौन सही था? क्यों?

(ग) मान लो तुम मिनी हो। अब अपनी कहानी पूरी कक्षा में सुनाओ।

(घ) तुम नीचे लिखे वाक्य को अपनी भाषा में कैसे कहोगे?

‘पलक झपकते ही रहमत का चेहरा आनंद से खिल उठा।’

ANSWER:
(क) रहमत ने एक धोखेबाज़ आदमी को छुरा मार दिया। उसके द्वारा ऐसा करना उचित नहीं था। यदि मैं रहमत की जगह होता, तो उसको धोखधड़ी करने के आरोप में जेल में बंद करवा देता। सबसे पहले पुलिस थाने में जाकर उसकी रिपोर्ट लिखवाता तथा उसमें मुकदमा दायर करता। यह प्रण भी लेता कि बिना सोचे समझे किसी को उधार नहीं दूँगा।

(ख) मिनी की माँ रहमत पर नज़र रखना चाहती थीं परंतु पिता रहमत को मना नहीं कर पाते थे। कहानी पढ़कर ज्ञात होता है कि पिता सही थे। परन्तु यदि सोचा जाए, तो माताजी भी बिलकुल सही थीं। किसी भी व्यक्ति की सूरत पर नहीं लिखा होता है कि वह अच्छा है या बुरा। माँ अपने बच्चे के प्रति सचेत थीं और पिताजी को भी ऐसा करने के लिए कहती थीं। वह जानती थीं कि लोग बच्चों की मासूमियत का फायदा उठाते हैं। यदि माँ-पिता सचेत हैं, तो वे अपने बच्चों को सुरक्षित रख सकते हैं। अतः हमारे विचार से माताजी बिलकुल सही थीं।

(ग) मेरा नाम मिनी है। मेरे पिता का नाम ………. है। मेरे पिता एक लेखक हैं तथा मेरी माताजी एक गृहणी हैं। मैं घर में सबसे छोटी हूँ। अतः सबकी लाडली हूँ। पिताजी तो हमेशा मुझे गोद में बिठाए रखते हैं परन्तु माताजी बहुत सख्त हैं। मेरे बहुत से मित्र हैं। परन्तु काबुलीवाला मेरा सबसे प्रिय दोस्त है। वह रोज़ शाम को घर आता है। हम दोनों मिलकर बहुत-सी बातें करते हैं। वह मेरे लिए हमेशा बादाम और किशमिश लाता है। माताजी सदैव मुझे उससे बात करने के लिए मना किया करती हैं। परन्तु मुझे उनका ऐसा कहना अच्छा नहीं लगता है। काबुलीवाला मेरा सबसे अच्छा मित्र है और मैं उससे बात करना बंद नहीं कर सकती हूँ।

(घ) पंजाबी में इस पंक्ति को इस प्रकार कह सकते हैं “अखां झपक नाल रहमत दा चेहरा अनंद नाल खिल उठायाँ।”

(नोटः इस प्रश्न का उत्तर विद्यार्थी अपने परिवारजनों से पूछकर अपनी भाषा में लिखिए।)

 

 

Page No 48:
Question 1:
(क) नायक- नायिका

(ख) बालक- बालिका

(ग) गायक- गायिका

(घ) लेखक- लेखिका

(ङ) सेवक- सेविका

ANSWER:
(क) नायक-नायिका- फ़िल्म में मुख्य भूमिका निभाने वाले पुरुष को नायक तथा मुख्य भूमिका निभाने वाली स्त्री को नायिका कहा जाता है।

(ख) बालक-बालिका- छोटे बच्चे को बालक तथा छोटी बच्ची को बालिका कहते हैं।

(ग) गायक-गायिका- पुरुष गाना गाने वाले को गायक तथा महिला गाना गाने वाली को गायिका कहा जाता है।

(घ) लेखक-लेखिका- कहानी, उपन्यास, लेख, नाटक इत्यादि लिखने वाले पुरुष को लेखक तथा स्त्री को लेखिका कहा जाता है।

(ङ) सेवक-सेविका- घर का काम करने वाले पुरुष को सेवक तथा स्त्री को सेविका कहा जाता है।

(नोटः विद्यार्थी इन्हें पढ़कर समझने का प्रयास करें।)

 


Page No 48:

Question 1:
(क) मिनी ज़ोर-ज़ोर से पुकारने लगी।

(ख) मिनी एक शक भरी नज़र से देखती हुई खड़ी रही।

(ग) शरीर भी कमज़ोर हो गया था।

(घ) काबुलीवाला दरवाज़े के पास खड़ा हो गया।

(ङ) कागज़ पर किसी नन्हें हाथ की छाप थी।

ANSWER:
विद्यार्थी इन वाक्यों को बार-बार बोलकर इनका अभ्यास करें।

 


Page No 49:

Question 1:
‘काबुलीवाला के साथ बातचीत करने से बाहर जाने का काम हो जाता है।’ मिनी के पिता का ऐसा कहना बताता है कि वह काबुली से बात करके बाहर के देश-दुनिया के बारे में जानकारी प्राप्त कर लेता था। आज उसके अलावा और किन किन साधनों से देश-विदेश के बारे में जानकारी प्राप्त की जा सकती है?

सूची बनाओ।

ANSWER:
निम्नलिखित साधनों से जानकारी प्राप्त की जा सकती है-

(i) कंप्यूटर (इंटरनेट) के माध्यम से।

(ii) टी.वी. के माध्यम से।

(iii) सिनेमा के माध्यम से।

(iv) पुस्तकों के माध्यम से।

(v) चित्रों के माध्यम से।

(vi) समाचार-पत्रों के माध्यम से।

(vii) पत्र-पत्रिकाओं के माध्यम से।

 


Page No 49:
Question 1:
(क) बे-सिर-पैर . तुरंत

(ख) पलक झपकते ही बिना मतलब की

(ग) बँधी हुई बातें चेहरा सामने से हटा लेना

(घ) बात चलना निश्चित बातें/एक ही तरह की
. बातचीत

(ङ) मुँह फेरना बात शुरू होना

ANSWER:

(क) बे-सिर-पैर . बिना मतलब की

(ख) पलक झपकते ही तुरंत

(ग) बँधी हुई बातें. निश्चित बातें/एक ही तरह
की बातचीत

(घ) बात चलना बात शुरू होना

(ङ) मुँह फेरना चेहरा सामने से हटा लेना

 

 

Page No 50:


Question 1:

(क) पहले खाने में घड़ा है।

(ख) तीसरे खाने में ………. है।

(ग) पाँचवे खाने में पगड़ी है।

(ङ)………. खाने में कुर्ता है।

(च) नौंवे खाने में …….है।

(छ)………… खाने में चूहा है।

(ज) दूसरे खाने में ………………. है।

(झ)…………… खाने में ……………है। यह हमारा राष्ट्रीय पक्षी है।

(ञ) …………… खाने में …………….है। इसे चेहरे पर लगाते हैं।

ANSWER:
(क) पहले खाने में घड़ा है।

(ख) तीसरे खाने में साँप है।

(ग) पाँचवे खाने में पगड़ी है।

(ङ) छठे खाने में कुर्ता है।

(च) नौंवे खाने में गिलास है।

(छ) आठवे खाने में चूहा है।

(ज) दूसरे खाने में सीढी है।

(झ) सातवें खाने में मोर है। यह हमारा राष्ट्रीय पक्षी है।

(ञ) चौथे खाने में मुखौटा है। इसे चेहरे पर लगाते हैं।

 


Page No 50:

Question 1:

बेटी

काबुलीवाला

नायक

जेल

खिड़की

झोली

पैर

बच्चा

रहमत

ये संज्ञा है। इनकी विशेषता बताने वाले शब्द को विशेषण कहते हैं। तुम्हें इनके साथ जो भी विशेषण ठीक लगे उसे लगाकर वाक्य बनाओ।

ANSWER:
1. बड़ी बेटी को घर लेकर आना।

2. काबुलीवाला अच्छा है।

3. नाटक में बूढ़ा नायक पहली बार सुना है।

4. बड़ी जेल में इन्हें भेज दो।

5. विशाल खिड़की मेरे पिताजी ने बनवाई थी।

6. तुम्हारी झोली में चार आम रखे हैं।

7. छोटे पैर बहुत सुंदर लगते हैं।

8. शैतान बच्चा रो रहा है।

9. रहमत सच्चा है।

 

 

 

 

 

 

 

 

NCERT Solutions for Class 7 Hindi Chapter 9 – विश्वेश्वरैया

 

 


Chapter 9 – विश्वेश्वरैया

 


Page No 55:

Question 1:
(क) अपने घर के बरामदे में खड़े होकर छ: वर्षीय विश्वेश्वरैया ने क्या देखा?

(ख) तुम्हें विश्वेश्वरैया की कौन सी बात सबसे अच्छी लगी? क्यों?

(ग) विश्वेश्वरैया के मन में कौन-कौन से सवाल उठते थे?

ANSWER:
(क) अपने घर के बरामदे में छ: वर्षीय विश्वेश्वरैया ने देखा कि बारिश के कारण वातावरण बहुत सुंदर हो गया है। पेड़ बारिश के कारण धुल गए थे। पत्तियों और टहनियों से पानी टपक रहा था। कुछ दूरी पर धान के खेत लहलहा रहे थे। गली में नाली में पानी जलप्रपात के समान घूम रहा था। उसमें इतनी शक्ति आ गई थी कि वह बहुत बड़े पत्थर को अपने साथ बहाकर ले जा रहा था। देखा जाए, प्रकृति के ये विभिन्न रूप सामूहिक रूप से प्रकृति की शक्ति का प्रदर्शन कर रहे थे। थोड़ी दूर कहीं एक गरीब स्त्री ताड़पत्र की छतरी पकड़े बारिश में खड़ी थी। वह बहुत गरीब थी। उसे देखे विश्वेश्वरैया के मन में प्रश्न उठा की लोग गरीब क्यों होते हैं। इस तरह देखते हुए उन्होंने गरीबी और प्रकृति के विषय में बहुत कुछ जानने का प्रयास किया।

(ख) विश्वेश्वरैया जिज्ञासु, विचारशील, मेहनती बालक था। उसकी यह तीनों बातें हमें बहुत अच्छी लगीं। जिज्ञासा के कारण वह हर वस्तु के बारे में जानने को उत्सुक रहता था। विचारशील होने के कारण अपने आस-पास होने वाली बातों के विषय में गहराई से सोचता था। मेहनती इसलिए था कि अपने लक्ष्य को पाने के लिए कड़ा परिश्रम करने से भी पीछे नहीं रहता था।

(ग) प्रकृति तथा गरीबी के विषय में विश्वेश्वरैया के मन में सदैव विचार उठते थे। वह हवा, सूर्य और पानी की असीम शक्ति का मूल्यांकन लगता। इसके साथ ही वह गरीब लोगों की दुर्दशा देखकर परेशान रहता। वह ऐसा होने के पीछे कारण जानना चाहता था।

 

 

Page No 55:.

Question 1:
विश्वेश्वरैया अपने मन में उठे सवालों का जवाब अपने अध्यापकों और बड़ों से जानने की कोशिश करते थे। क्या तुम अध्यापकों से पाठ्य पुस्तकों के सवालों के अतिरिक्त भी कुछ सवाल पूछते हो? कुछ सवालों को लिखो जो तुमने अपने अध्यापकों से पूछे हों।

ANSWER:
हाँ हम अपने अध्यापक-अध्यापिकाओं से इस प्रकार के कई सवाल पूछते हैं। वे इस प्रकार हैं:-

(1) हम स्कूल क्यों आते हैं?

(2) स्कूल में अनुशासन क्यों आवश्यक होता है?

(3) हम खुले में क्यों नहीं पढ़ सकते हैं?

(4) खाना खाना क्यों आवश्यक होता है?

(5) कॉपी और पुस्तक का निर्माण किस वस्तु से होता है?

(नोट: विद्यार्थी इस प्रश्न का उत्तर स्वयं करने का प्रयास करें। हर विद्यार्थी के मन में अलग-अलग प्रश्न उठते हैं। आपने अपनी अध्यापिका/अध्यापक से जो भी प्रश्न पूछे हों उन्हें इन प्रश्नों के स्थान पर लिखें।)

 

 

Page No 55:

Question 1:
(क) तुम्हें सर्दी-गरमी के मौसम में अपने घर के आसपास क्या-क्या दिखाई देता है?

(ख) तुमने पाठ में पढ़ा कि एक बूढ़ी महिला ताड़पत्र से बनी छतरी लिए खड़ी थी। पता करो कि ताड़पत्र से और क्या-क्या बनाया जाता है?

(ग) विश्वेश्वरैया ने बचपन में रामायण, महाभारत, पंचतंत्र आदि की कहानियाँ सुनी थीं। तुमने पाठ्यपुस्तक के अलावा कौन-कौन सी कहानियाँ सुनी हैं? किसी कहानी के बारे में बताओ।

(घ) तुम्हारे मन में भी अनेक सवाल उठे होंगे जिनके जवाब तुम्हें नहीं मिले। ऐसे ही कुछ सवालों की सूची बनाओ।

(ङ) तुम्हारे विचार से गरीबी के क्या कारण हैं?

ANSWER:
(क) गरमी के मौसम में पेड़ों में आम लग जाते हैं। चारों तरफ लोग पसीने में तरबतर रहते हैं। पौधे अत्यधिक गर्मी के कारण सूख जाते हैं। जमीन की ऊपरी सतह भी तेज़ गर्मी से सूख जाती है। चारों तरफ ऐ.सी. और कूलर चल रहे होते हैं। पशु और पक्षी जहाँ भी पानी मिले वहाँ इक्ट्ठे होकर पानी पी रहे होते हैं।

सर्दी के मौसम में लोग गरम कपड़ों से ढके होते हैं। लोग धूप सेंकने छतों तथा आँगनों पर बैठे होते हैं। सुबह और शाम कोहरा छाया रहता है। जगह-जगह लोग मूंगफली खाते दिखाई दे जाते हैं। रात में लोग स्थान-स्थान पर आग जलाकर बैठे होते हैं।


(ख) पुराने समय में ताड़पत्र पर विभिन्न पुस्तकों का निर्माण होता था। भारत में कागज़ के आगमन से बहुत पहले ही ताड़पत्रों पर लिखा जाता था; जिसे पांडुलिपि कहा जाता था। आजकल ताड़पत्र से टोकरियाँ, बैग, चटाई इत्यादि बनाए जाते हैं।


(ग) हमने अपने दादा जी से बहुत-सी धार्मिक कहानियाँ सुनी हैं। गणेश भगवान के जन्म को लेकर कहानी बहुत अद्भुत और अच्छी थी। कहानी इस प्रकार है-

बहुत समय पहले कि बात है। भगवान शंकर शिवलोक में नहीं थे। माता पार्वती शिवलोक में अकेली थीं। वह स्नान करना चाहती थीं, परन्तु स्वयं को अकेला जान थोड़ी चिंतित थीं। शिवलोक में कोई नहीं था। अत: उन्होंने शिव लोक की रक्षा के लिए उबटन से एक बालक बनाया और अपनी शक्ति से उसमें प्राण फूंक दिए। उन्होंने इस बालक का नाम गणेश रखा। उन्होंने गणेश को अपनी शक्तियाँ प्रदान की और कहा कि वह स्नानघर में जा रही हैं। उनकी आज्ञा के बिना कोई भी शिवलोक में प्रवेश न कर पाए। माता की अनुपस्थिति में गणेश शिवलोक की रक्षा करने लगे। इसी समय भगवान शिव राक्षसों का नाश करके शिवलोक आ रहे थे। परन्तु बालक गणेश ने उन्हें शिवलोक में जाने से मना कर दिया। अपने ही घर में प्रवेश करने से रोके जाने के कारण शिव बड़े आश्चर्यचकित हुए। बालक को उन्होंने बहुत प्रकार से समझाया परन्तु वह टस से मस न हुआ। स्थिति ऐसी बन गई की शिव का क्रोध सातवें आसमान पर था। उन्होंने एक झटके पर गणेश का सिर धड़ से अलग कर दिया। पुत्र की करुण पुकार सुनकर माता पार्वती तुरंत बाहर आ गईं। अपने पुत्र की दुर्दशा देखकर उनके क्रोध की सीमा नहीं रही। वह नाना-प्रकार से विलाप करने लगीं। धरती-आकाश काँप गया। माता पार्वती को शांत करने के उद्धेश्य से शिव भगवान ने अपने गणों को किसी जीवित प्राणी का सर लाने को कहा। परन्तु उन्होंने ऐसे प्राणी का सर लाना को कहा जो उत्तर दिशा की ओर मुख करके सोया हो।सारी पृथ्वी में उन्हें एक हाथी का बच्चा ही मिला। बस गण उस हाथी को ले आए। भगवान शंकर ने उस हाथी का सर गणेश जी के सर पर जोड़ दिया। वह अब पुन: जीवित हो गए थे। सभी देवी-देवताओं ने नाना प्रकार के अस्त्र-शस्त्र और वरदान दिए। भगवान शंकर ने आर्शीवाद दिया कि किसी भी मंगल कार्य को आरंभ करने से पूर्व उनकी पुजा करना अनिवार्य होगा।


(घ) मेरे मन में उठने वाले प्रश्न इस प्रकार है-

(1) क्या मनुष्य कभी अंतरिक्ष में बिना अंतरिक्ष सूट पहने जा पाएगा?

(2) क्या देवी-देवताओं का अस्तित्व कभी था?

(3) क्या मनुष्य पानी का निर्माण कर सकता है?

(4) क्या अंतरिक्ष मानवों का अस्तित्व सच में है?

(5) हम बड़े होते हैं परन्तु हम ही इस बात से अनजान क्यों होते हैं?


(ङ) अशिक्षा गरीबी का सबसे बड़ा कारण है। एक अशिक्षित व्यक्ति को धनोपार्जन के अच्छे साधन नहीं मिलते है। अशिक्षित होने के कारण वह मजदूरी या छोटी-मोटी नौकरी करता है। उससे इतना कम धन प्राप्त होता है कि वह अपना पेट ही भर पाए। उन्हें अच्छा जीवन स्तर मिल नहीं पाता और वह गरीब बने रहते हैं।

 


Page No 56:

Question 1:
नीचे पाठ में से चुनकर कुछ शब्द दिए गए हैं। तुम इनका प्रयोग अपने ढ़ग के वाक्य बनाने में करो।

(क) हरे-भरे

(ख) उमड़-घुमड़

(ग) एक-दूसरे

(घ) धीरे-धीरे

(ङ) टप-टप

(च) फटी-पुरानी

ANSWER:
(क) हरे-भरे – हरे-भरे वन मनुष्य के लिए लाभकारी होते हैं।

(ख) उमड़-घुमड़ – बादल उमड़-घुमड़ कर आसमान में छा गए।

(ग) एक-दूसरे – माँ और मैं एक-दूसरे के बिना नहीं रह सकते हैं।

(घ) धीरे-धीरे – रेलगाड़ी धीरे-धीरे रुकने लगी।

(ङ) टप-टप – स्नानघर से टप-टप की आवाज़ आ रही है।

(च) फटी-पुरानी – एक छोटी बच्ची फटी-पुरानी फ्रॉक पहने खड़ी थी।

 


Page No 56:

Question 1:
(क) ज्ञान असीमित है।

(ख) आकाश में अँधेरा छाया हुआ था।

(ग) गड्ढे और नालियाँ पानी से भर गईं।

(घ) उसने एक जल-प्रपात का रुप धारण कर लिया।

(ङ) राष्ट्रीयता की चिंगारी जल उठी थी।

(च) मैं काफी धन कमा लूँगा।

ANSWER:
(क) क्या ज्ञान असीमित होता है?

(ख) क्या आकाश में अँधेरा छाया हुआ है?

(ग) क्या गड्ढे और नालियाँ पानी से भर गईं हैं?

(घ) क्या उसने एक जल-प्रपात का रुप धारण कर लिया है।

(ङ) क्या राष्ट्रीयता की चिंगारी जल उठी थी।

(च) क्या मैं काफी धन कमा लूँगा।

 

 

 

 

NCERT Solutions for Class 7 Hindi Chapter 10 – हम धरती के लाल
S

 

 

 

10 – हम धरती के लाल


Page No 58:

Question 1:
नीचे लिखी पंक्तियाँ पढ़कर उत्तर दो।

(क) “नया संसार बसाएँगे, नया इंसान बनाएँगे।” तुम्हारे विचार से नया संसार बसाने और नया इंसान बनाने की ज़रूरत है या नहीं? कारण भी बताओ।

(ख) “रोज त्योहार मनाएँगे।” तुम्हारे विचार से क्या रोज़ त्योहार मनाना उचित है? क्यों?

(ग) “सौ सौ स्वर्ग उतर आएँगे, सूरज सोना बरसाएँगे। दूध पूत के लिए बदल देगें तारों की चाल” क्या ऊपर लिखी बातें संभव हो सकती हैं? कारण भी पता करो?

(घ) कवि ‘हम धरती के लाल’ ही क्यों कहना चाहते हैं?

ANSWER:
(क) हमारे विचार से नया संसार बसाने और नया इंसान बनाने की आवश्यकता नहीं है। संसार, इंसान से बनता है। अतः बदलाव की आवश्यकता है, तो वह केवल इंसान में है। यदि इंसान में सुधार हो जाता है, तो संसार अपने आप नया हो जाएगा। यदि हम नया संसार बनाते हैं या नया इंसान बनाते हैं, तो इसमें इस बात की गारण्टी नहीं है कि उसमें समस्याएँ, असमानाताएँ नहीं आएगीं। इसलिए इस बात को भुलाकर हमें स्वयं में बदलाव करने की आवश्यकता है।

(ख) हमारे विचार से रोज़ त्योहार मनाना उचित नहीं है। इसके बहुत से कारण हैं। वे इस प्रकार हैं-

(i) रोज़ त्योहार मनाने से मनुष्य इन्हीं में उलझा रहेगा और अन्य कार्य नहीं कर पायेगा।

(ii) लोगों पर इससे आर्थिक दबाव बन जाएगा।

(iii) जीवन में उमंग शेष नहीं रहेगी। त्योहार जीवन में बदलाव लाते हैं और यदि रोज़ ही त्योहार होंगे, तो उमंग के लिए स्थान ही नहीं बचेगा।

(iv) लोगों का समय नष्ट होगा। त्योहारों की तैयारी महीनों पहले से आरंभ हो जाती है। यदि त्योहार रोज़ होगें, तो लोगों को उसकी तैयारी में समय देना पड़ेगा। इससे लोगों का बहुत समय नष्ट होगा।

(v) सबसे बड़ी और मुख्य बात त्योहारों का महत्व कम हो जाएगा।


(ग) कवि की ये बात संभव हो सकती हैं। यदि मनुष्य मेहनत करे। मेहनत से ही वह धरती पर सौ-सौ स्वर्ग उतार सकता है। कवि के अनुसार यदि सभी मनुष्य एक साथ मेहनत करें, तो पृथ्वी का हर स्थान लहलहा उठेगा। उसकी सुंदरता इतनी अनुपम होगी कि मानो चारों और स्वर्ग उतर आएँ हों। इस तरह हमारे द्वारा की गई मेहनत आने वाली पीढ़ियों के भाग्य को बदलकर रख देगी और वे हमेशा फलते-फूलते हुए इस पृथ्वी पर रहेगें।

(घ) कवि हम धरती के लाल इसलिए कहना चाहता है ताकि वह मनुष्य का संबंध धरती से व्यक्त कर सके। एक संतान का कर्तव्य होता है कि वह अपने माता-पिता के लिए कुछ करे। जब हम धरती को माँ मानने लगते हैं या कहने लगते हैं, तो उससे भावनात्मक रूप से जुड़ जाते हैं। यह भावनात्मक संबंध हमें याद दिलाता कि हमें अपनी माँ के लिए कुछ करना है।

 


Page No 58:

Question 1:
‘सुख-स्वप्नों के स्वर गूँजेंगे।’ इसमें ‘स’ अक्षर बार-बार आया है। तुम भी नीचे लिखे वर्णों से वाक्य बनाओ। ध्यान रखो कि उस वर्ण से शुरू होने वाले तीन शब्द तुम्हारे वाक्य में हों।

(क) क………………………….

(ख) त…………………………..

(ग) द……………………………

ANSWER:
(क) कागज़ की कश्ती चलती छन-छन।

(ख) तीन तमगें तान कर चलते लाला जी।

(ग) दान देना दानवीर कर्ण का कार्य था।

(नोट: इसी तरह विद्यार्थी स्वयं प्रयास करके और भी वाक्य बनाएँ।)

 


Page No 59:

Question 1:
(क) कवि एक नया संसार बसाना चाहता है जहाँ मानव की मेहनत पूजी जाए, जहाँ जनता में एकता हो, जहाँ सब समान हों, जहाँ सभी सुखी हों। तुम्हें अपने संसार में ऊपर लिखी बातें नज़र आती हैं या नहीं? इन बातों के होने या न होने का क्या कारण है?

(ख) तुम भी अपने संसार के बारे में कल्पनाएँ ज़रूर करते होंगे। अपने सपनों की दुनिया के बारे में बताओ।

ANSWER:
(क) ‘हाँ’ मुझे अपने संसार में ये बातें नज़र आती हैं। हमारे संसार में मानव की मेहनत पूजी जाती है। तभी तो आज वही लोग शिखर पर विद्यमान है, जिन्होंने अपनी मेहनत के बल पर असंभव को संभव कर दिखाया है। हमारे संसार में जनता के बीच एकता विद्यमान है। यदि ऐसा नहीं होता, तो अभी तक मानव सभ्यता समाप्त हो चूकी होती। ये बातें भी सच हैं कि यहाँ सबको समान रूप से देखा जाता है और यहाँ सब सुखी हैं। यदि ऐसा नहीं होता तो सारा संसार आपस में जुड़ा नहीं होता। आज सारे देश एक दूसरे के साथ व्यापारिक संबंध बनाए हुए हैं व सारे एक दूसरे की संस्कृति और सभ्यताओं के विषय में जानने को इच्छुक हैं। ये सब प्रमाण है हमारे संसार के अच्छे होने के।

(ख) ‘हाँ’ मैं भी अपने सपनों के संसार के बारे में कल्पनाएँ करती हूँ। परन्तु मेरे सपनों की दुनिया बिलकुल अलग है। मेरे सपनों का संसार प्रदूषण मुक्त और प्रकृति के सौंदर्य से भरपूर है। लोगों के घर इमारतों में नहीं होगें बल्कि पेड़ों पर बने छोटे-छोटे घर होगें। हम प्रकृति के बीच में रहकर पढ़ाई करेंगे और जीवन का आनंद उठाएँगे।

(नोट: इसी तरह विद्यार्थी स्वयं लिखने का प्रयास करें और अपनी सपनों की दुनिया के बारे में बताएँ।)

 


Page No 59:

Question 1:
ऐसी ही एक और कविता खोजकर अपनी कॉपी में लिखो। तुम स्वयं भी कविता की रचना कर सकते हो।

ANSWER:
विद्यार्थी इस प्रश्न का उत्तर स्वयं करें।

 


Page No 59:

Question 1:
(क) ‘हम नया भूगोल बनाएँगे।’ ऊपर लिखी पंक्ति में ‘भूगोल’ शब्द की जगह और कौन-कौन से शब्द आ सकते हैं? नीचे दिए गए बॉक्स में से छाँटो और कुछ शब्द स्वयं सोचकर लिखो।

संसार, कल्पना, इंसान, पौधा, चेतना, ज़माना, दुनिया इतिहास


(ख) नीचे लिखे शब्दों को तुम्हारे घर की भाषा में क्या कहते हैं?

क) देश…………………….

ख) धरती…………………..

ग) दूध……………………

घ) जनता………………….

ङ) त्योहार…………………..

च) इंसान……………………

ANSWER:
(क) संसार, इंसान, दुनिया, इतिहास, विश्व, राष्ट्र


(ख)

क) देश- देश

ख) धरती- पृथ्वी

ग) दूध- दुध

घ) जनता-जौनता

ङ) त्योहार- उत्सव

च) इंसान- मानुष

(नोट: इसी तरह विद्यार्थी स्वयं प्रयास करें और अपने माता-पिता से पूछकर अपनी भाषा में लिखें।)

 

 

Page No 59:

Question 1:
बताओ तुम ये काम कैसे करोगे? शिक्षक से भी सहायता लो।

(क) समय को रहा दिखाना

(ख) जनता को एक करना

(ग) तारों की चाल बदल देना

(घ) नया भूगोल बनाना

(ङ) नया इंसान बनाना

ANSWER:
(क) अपने हर कार्य का समय निर्धारित करेंगे। कार्य को नियत समय से पूरा करने का प्रयास करेंगे। बचे समय का भी सही उपयोग करेंगे। इस तरह हम समय को राह दिखा सकेंगे क्योंकि तब समय हमारे अनुसार चलेगा।

(ख) लोगों को प्रेम तथा भाईचारे का पाठ पढ़ाएँगे और आपसी कलह समाप्त करके उन्हें एक कर देंगे।

(ग) इतना परिश्रम करेंगे कि भाग्य को भी अपने हाथों चलने पर विवश कर देंगे। अपने परिश्रम से हम अपना भाग्य स्वयं बनाएँगे।

(घ) अपने परिश्रम से ऐसा संसार बनाएंगे, जो हमारे अनुसार बना हुआ होगा।

(ङ) अपने अंदर की कमियों को समाप्त करके ऐसा इंसान बनेंगे, जो दुनिया के लिए मिसाल होगा।

 

 

NCERT Solutions for Class 7 Hindi Chapter 11 – पोंगल

 

 

Chapter 11 – पोंगल

 

Page No 64:

Question 1:
(क) पोंगल का त्योहार अलग-अलग राज्यों में अलग-अलग नामों से मनाया जाता है। पाठ के आधार पर तालिका भरो।

क्र.स. . राज्य . त्योहार का नाम


(ख) पोंगल चार दिनों तक मनाया जाता है। प्रत्येक दिन के मुख्य क्रिया-कलाप बताओ।

(ग) भारत एक कृषि प्रधान देश है। इस बात को सिद्ध करने के लिए दो उदाहरण दो।

ANSWER:
(क).
क्र.स. राज्य. त्योहार का नाम

1. महाराष्ट्र. तिल-गुड़-घ्या

2 पंजाब लोहड़ी

3. गुजरात. संक्रांति

4. बंगाल संक्रांति

5. उत्तराखंड संक्रांत

 

(ख) पहला दिन ‘भोगी’ पोंगल के रूप में मनाया जाता है। इस दिन घर की साफ़-सफ़ाई की जाती है। संध्या के समय सभी बच्चे ढोल बजाते हैं और खुशियाँ मनाते हैं।

दूसरा दिन ‘पोंगल’ का होता है। स्त्रियाँ प्रातःकाल उठकर घर के बाहर रंगोली बनाती हैं। सभी नहा-धोकर नए कपड़े पहनते हैं। घर के आँगन में नए बर्तन में पहली फसल का चावल और गन्ने का रस मिलाकर पोंगल बनाया जाता है। इसे तब तक पकाया जाता है, जब तक यह चूल्हे में न गिरे। इस प्रसाद को रिश्तेदारों तथा पड़ोसी के साथ मिलकर खाया जाता है।

तीसरा दिन ‘मट्टु पोंगल’ के नाम से जाना जाता है। इस दिन सुबह उठकर अपने गाय-बैलों को नहलाकर सजाया जाता है। उनकी पूजा की जाती है तथा लोग उन्हें गुड तथा अन्य पौष्टिक चीज़ें खाने के लिए देते हैं।

चौथे दिन को ‘काणुम पोंगल’ के नाम से जाना जाता है। इस दिन पूरा परिवार मेले में जाता है तथा पूरा दिन परिवार के साथ लोग मेलों का आनंद उठाते हैं।

 

(ग) भारत एक कृषि प्रधान देश है। इसके दो उदाहरण मुख्य हैं- एक तो यह कि भारत के अधिकत्तर त्योहार कृषि पर आधारित हैं और दूसरा यह कि भारत के सत्तर प्रतिशत लोग कृषि ही करते हैं। इसी कारण से भारत कृषि प्रधान देश कहलाता है।

 

 

Page No 64:

Question 1:
तुम्हारे प्रदेश में कौन-कौन से त्योहार मनाए जाते हैं? तुम्हें कौन सा त्योहार सबसे अच्छा लगता है?

ANSWER:
मैं दिल्ली का निवासी हूँ। यहाँ होली, दीवाली, लोहड़ी, पोंगल, क्रिसमस, ईद, दशहरा इत्यादि त्योहार बड़ी धूमधाम से मनाए जाते हैं। मुझे इनमें से दीवाली बहुत पसंद है। दीवाली की रौनक बहुत पहले से ही आरंभ हो जाती है। हर घर में इसे लेकर खासा उत्साह होता है। घर में साफ़-सफ़ाई की जाती है। दीवाली वाले दिन सुबह से ही घर में कई तरह के मिष्ठान बनाए जाते हैं। लोग संबंधियों के साथ उपहारों तथा मिठाइयों का आदान-प्रदान करते हैं। रात को घर दीपों से सजाया जाता है। रात में रौनक देखने वाली होती है, ऐसा लगता है मानो आसमान से तारे कुछ समय के लिए जमीन में आ गए हैं। मिठाई, पटाखे, प्रेम, प्रकाश सभी तो होता है इसमें इसलिए यह मेरा प्रिय त्योहार है।

 


Page No 64:

Question 1:
पाठ में खेती से जुड़े अनेक शब्द आए हैं। तुम खेती या बागवानी से जुड़े कुछ औज़ारों के नाम बताओ।

ANSWER:
खुरपी, फावड़ा, कुदाल, बेलचा, हल।

 


Page No 64:

Question 1:
(क) पोंगल के दिन घर आँगन को रंगोली से सजाते हैं। रंगोली बनाने के लिए किन-किन चीज़ों का प्रयोग किया जाता है? सूची बनाओ।

(ख) नीचे दी गई जगह में रंगोली का कोई डिज़ायन बनाओ।

ANSWER:
(क) रंगोली में भरने के लिए अलग-अलग रंगों तथा एक चॉक की आवश्यकता होती है, जिससे डिज़ायन बनाया जा सके। लोग फूलों, दीपों तथा लकड़ी के बूरादे का भी प्रयोग करते हैं।

(ख) रंगोली का डिज़ायन-

 

 


Page No 65:

Question 1:
पाठ में ऐसी अनेक चीज़ों के नाम आए हैं जिन्हें खाने-पीने के लिए प्रयोग में लाया जाता है। बताओ, इनका प्रयोग किन पकवानों में होता है?

(क) चावल

क) चावल…………………

ख) हल्दी…………………..

ग) गुड़……………………

घ) मक्का…………………..

ङ) गन्ना…………………….

च) दूध……………………….

छ) तिल………………………


ANSWER:
क) चावल- खीर, इडली, डोसा, पुलाव।

ख) हल्दी- हर प्रकार की दाल, सब्जी, मीट से बनने वाले व्यंजन सूप।

ग) गुड़- खीर, गुलगुले, पट्टी।

घ) मक्का- रोटी, सरसों का साग, सूप

ङ) गन्ना- खीर

च) दूध- खीर, पनीर, मिल्क केक, बर्फी।

छ) तिल- मिठाई, पट्टी।

 

 

 

 

 

NCERT Solutions for Class 7 Hindi Chapter 12 – शहीद झलकारीबाई

 

 


Chapter 12 – शहीद झलकारीबाई

 


Page No 71:

Question 1:
(क) झलकारीबाई ने लक्ष्मीबाई से किस चीज़ की माँग की और क्यों?

(ख) ‘जनरल! झाँसी की रानी को ज़िंदा पकड़ना तुम्हारे बूते की बात नहीं है।’ यह किसने, किससे और क्यों कहा?

(ग) झलकारीबाई का क्या हुआ?

ANSWER:
(क) झलकारीबाई ने रानी से उनके वस्त्र, पगड़ी और कलगी की माँग की थी। अपनी रानी को झाँसी से सुरक्षित बाहर निकालने के लिए उसके पास इससे अतिरिक्त अन्य कोई चारा नहीं था। वह निर्णायक युद्ध लड़ने जा रही थी। अतः उसने यह योजना बनाई और रानी से कपड़ों की माँग की।

(ख) ‘जनरल! झाँसी की रानी को ज़िंदा पकड़ना तुम्हारे बूते की बात नहीं है।’ यह पंक्ति झलकारीबाई ने अंग्रेज़ों के जनरल रोज़ को कहा था। उसने यह इसलिए कहा ताकि जनरल रोज़ को समझा सके कि रानी की झाँसी को पकड़ना कोई बच्चों का खेल नहीं है।

(ग) झलकारीबाई ने युद्ध के मैदान में वीरगति पायी थी। झलकारीबाई अपनी रानी के स्थान पर मैदान में युद्ध करने गई थी। इस तरह वह अपनी अंतिम साँस तक तब तक अंग्रेज़ी सेना को धोखा देती रही, जब तक रानी सुरक्षित किले से बाहर न निकल गई। उसने अपने प्राणों की आहुति देकर रानी को सुरक्षित किले बाहर निकाल दिया।

 


Page No 71:

Question 1:
अपने प्राणों के बलिदान का अवसर आ गया है। इस वाक्य में “प्राणों का बलिदान देना” मुहावरे का प्रयोग हुआ है। नीचे कुछ और मुहावरे दिए गए हैं। इनका अपने वाक्यों में प्रयोग करो।

टूट पड़ना, निढाल होना, वीरगति पाना, शहीद हो जाना, प्राणों की बाज़ी लगाना, मौत के मुँह में जाना, मैदान में उतरना।

ANSWER:
टूट पड़ना:- पुलिस चोर को देखते ही उस पर टूट पड़ी।

निढाल होना:- पूरे दिन काम करके हम निढाल हो गए।

वीरगति पाना:- वीरगति पाना एक वीर के लिए सम्मान की बात होती है।

शहीद हो जाना:- सैनिक शहीद हो जाने से घबराते नहीं हैं।

प्राणों की बाज़ी लगाना:- माँ ने मुझे बचाने के लिए प्राणों की बाज़ी लगा दी।

मौत के मुँह में जाना:- मैं मौत के मुँह में जाते-जाते बचा।

मैदान में उतरना:- हम भी मैदान में उतर गए हैं।

 

 

Page No 71:

Question 1:
नमूना -> चिंता- चिंतित

जीवन-

पीड़ा-

उपेक्षा-

सुरक्षा-

पराजय-

ANSWER:

जीवन-जीवित

सुरक्षा- सुरक्षित

पीड़ा- पीड़ित

पराजय- पराजित

उपेक्षा-उपेक्षित

 


Page No 72:

Question 1:
(क) आज़ादी की लड़ाई में हिस्सा लेने वाली कुछ महिलाओं के नाम बताओ।

(ख) रानी लक्ष्मीबाई के बारे में सुभद्रा कुमारी चौहान की एक प्रसिद्ध कविता तुमने पढ़ी या सुनी होगी। उसकी कुछ पंक्तियाँ कॉपी में लिखो।

ANSWER:
(क) रानी चेनम्मा, सरोजनी नायडू, कस्तूरबा गांधी, महादेवी वर्मा, सुभद्रा कुमारी चौहान, विजयालक्ष्मी पंडित, मैडम भीकाजी कामा, पदमजा नायडू, सुचेता कुपलानी, अरूणा आसफ अली और सिस्टर निवेदिता इत्यादि महिलाओं ने आज़ादी की लड़ाई में हिस्सा लिया था।

(ख) सिंहासन हिल उठे राजवंशों ने भृकुटी तानी थी,
बूढ़े भारत में आई फिर से नयी जवानी थी,
गुमी हुई आज़ादी की कीमत सबने पहचानी थी,
दूर फिरंगी को करने की सबने मन में ठानी थी।
चमक उठी सन सत्तावन में, वह तलवार पुरानी थी,
बुंदेले हरबोलों के मुँह हमने सुनी कहानी थी,
खूब लड़ी मर्दानी वह तो झाँसी वाली रानी थी।।……………….

 

 

Page No 72:

Question 1:
तुमने इस एकाँकी को अच्छी तरह से अवश्य समझ लिया होगा। अब इस पाठ के आधार पर स्वयं कुछ प्रश्न बनाकर लिखो। उनके उत्तर भी लिखो। यदि तुम चाहो तो उत्तर देने के लिए अपने साथी से प्रश्नों की अदला-बदली भी कर सकते हो।

ANSWER:
(क) झलकारीबाई ने जो किया क्या वह उचित था?

उत्तर- झलकारीबाई ने जो भी किया वह बिलकुल उचित था। रानी की झाँसी को किले से बाहर निकलना आवश्यक था। यदि वह ऐसा नहीं करती तो रानी बाहर नहीं जा पाती। झलकारीबाई की इस योजना से रानी को सफलतापूर्वक बाहर निकाला जा सका।


(ख) झलकारीबाई कौन थी?

उत्तर- झलकारीबाई रानी झाँसी की नारी सेना की सेनापति थीं।

(नोट: विद्यार्थी स्वयं इस एकाँकी को पढ़कर प्रश्न बनाकर लिखने का प्रयास करें।)

 


Page No 72:

Question 1:
झलकारीबाई, लक्ष्मीबाई की हमशक्ल थी। तुम्हारे विचार से हमशक्ल होने के क्या-क्या लाभ या हानि हो सकते हैं?

ANSWER:

हमशक्ल होने के लाभ :-

1. हमशक्ल के स्थान पर जाकर फायदा उठाया जा सकता है।

2. मार से बचा जा सकता है।

3. अपनी गलती उस पर डाली जा सकती है।


हमशक्ल होने की हानियाँ :-

1. उसके स्थान पर डाँट खायी जा सकती या पिटाई हो सकती है।

2. चीज़ इस्तेमाल की जा सकती है।

3. फायदा उठाया जा सकता है।

 

 

 

 

NCERT Solutions for Class 7 Hindi Chapter 13 – नृत्यांगना सुधा चंद्रन

 

 
Chapter 13 – नृत्यांगना सुधा चंद्रन

 

Page No 77:

Question 1:
(क) सुधा के स्वप्नों की इंद्रधनुषी दुनिया में अँधेरा कैसे छा गया?

(ख) डॉ. सेठी ने सुधा के लिए क्या किया?

(ग) सुधा पूरे भारत में कैसे लोकप्रिय हो गई?

ANSWER:
(क) जब एक दुर्घटना में सुधा चंद्रन का पैर काटना पड़ा, तब उनकी इंद्रधनुषी दुनिया में अँधेरा छा गया। वह नृत्यांगना बनना चाहती थीं और उसके लिए वह नृत्य सीखती थी। परन्तु अचानक हुई दुर्घटना ने उनके सपने को तोड़ दिया।

(ख) डॉ. सेठी ने अपने अनुभवों के निचोड़ से सुधा के लिए ऐसा कृत्रिम पाँव बनाया, जिससे उन्हें नृत्य करने में अधिक कठिनाइयों का सामना न करना पड़े। इस तरह उन्होंने सुधा का सपना साकार किया और उनके जीवन को एक नई दिशा प्रदान की। आगे चलकर सुधा उनके बनाए कृत्रिम पैर के सहारे नृत्य करने में सफल हो पायी।

(ग) सुधा नकली पैर के सहारे नृत्य करने में कामयाब हुई थी। उसने साबित कर दिया था कि विकलांगता अभिशाप नहीं है। यदि मनुष्य चाहे तो क्या नहीं कर सकता है। लोगों के लिए यह आश्चर्य की बात थी। उनकी प्रतिभा लोगों के लिए प्रेरणा स्रोत बन गई। वह पूरे भारत में अपने मनोबल तथा साहस के लिए लोकप्रिय हो गई।

 


Page No 77:

Question 1:

आशा – निराशा

कठिन –

आदर –

अँधेरा –

आकार –

इच्छा –

ANSWER:

आशा – निराशा

कठिन – सरल

आदर – अनादर

अँधेरा – उजाला

आकार – निराकार

इच्छा – अनिच्छा

 

 

Page No 77:

Question 1:

” ” | , ?

सुधा ने पूछा क्या मैं नाच सकूँगी डॉ. सेठी ने कहा क्यों नहीं प्रयास करो तो सब कुछ संभव है

ANSWER:
सुधा ने पूछा, “क्या मैं नाच सूकँगी?” डॉ. सेठी ने कहा, “क्यों नहीं, प्रयास करो तो सब कुछ संभव है।”

 

 

Page No 77:

Question 1:
नीचे सुधा चंद्रन के जीवन की कुछ घटनाएँ बताई गई हैं। इन्हें सही क्रम में लगाओ।

• सुधा डॉ. सेठी से मिली।

• सुधा नृत्य का फिर से प्रशिक्षण लेने लगी।

• सुधा ने प्रीति के साथ नृत्य किया।

• सुधा को अभिनय के लिए विशेष पुरस्कार मिला।

• सुधा का पैर काटना पड़ा।

• सुधा ने नृत्य विद्यालय में प्रवेश लिया।


ANSWER:

• सुधा ने नृत्य विद्यालय में प्रवेश लिया।

• सुधा का पैर काटना पड़ा।

• सुधा डॉ. सेठी से मिली।

• सुधा नृत्य का फिर से प्रशिक्षण लेने लगी।

• सुधा ने प्रीति के साथ नृत्य किया।

• सुधा को अभिनय के लिए विशेष पुरस्कार मिला।

 


Page No 78:

Question 1:
शारीरिक शब्द में एक साथ की मात्राओं का प्रयोग होता है। तुम भी ऐसे ही अन्य शब्द खोजो और यहाँ लिखो।

नमूना -> विनती शारीरिक नीति

……… ………. ……..

……… ………. ……..

……… ………. ……..

ANSWER:
विनती. शारीरिक. नीति

किसकी इसीलिए. बिजली

हिन्दुस्तानी मिट्टी चिकनी

सीमित. सीपियों विद्यार्थी

नोट: विद्यार्थी इसके अतिरिक्त अन्य शब्दों को स्वयं ढूँढकर लिखिए।

 

 

Page No 78:

Question 1:
(क) सुधा के जीवन पर फ़िल्म बनी थी। कुछ अन्य व्यक्तियों के नाम पता करो और लिखो, जिनके जीवन पर फ़िल्में बनाई गई हों।


(ख) सुधा यात्रा के दौरान दुर्घटनाग्रस्त हुई थी। पता करो कि यात्रा के दौरान दुर्घटना से कैसे बचा जा सकता है? सावधानियों की सूची बनाओ।

(ग) क्या तुम किसी विकलाँग व्यक्ति को जानते हो? उसके बारे में बताओ।

(घ) कुछ ऐसे विकलाँग व्यक्तियों के नाम लिखो जिन्होंने जीवन में विशेष सफलता प्राप्त की है।

(ङ) भारत के कुछ नृत्यों और नर्तक/नर्तकियों के नाम पता करो और कक्षा में सबको बताओ।

(च) पता करो भारत में मैग्सेसे पुरस्कार किन-किन व्यक्तियों को मिला है।

ANSWER:
(क) निम्नलिखित लोगों के जीवन पर फ़िल्में बनी थीं-

• हेले केलर के जीवन पर आधारित फ़िल्म बनी थी- ‘इन द मिरिकल वर्कर’

• जॉन नेश के जीवन पर आधारित फ़िल्म बनी थी – ‘ए ब्युटीफूल माइंड’


(ख) यात्रा के दौरान दुर्घटना से इस प्रकार की सावधानियाँ रखकर बचा जा सकता है-

• यात्रा करते समय गाड़ी चालक को सजगता से गाड़ी चलानी चाहिए।

• गाड़ी चलाते समय यदि कोई चालक फोन पर बात कर रहा है, तो उसे रोकना चाहिए।

• अन्य किसी व्यक्ति को बस चालक से बात नहीं करनी देनी चाहिए।

• बस चालक के सामने सोना नहीं चाहिए।

• स्वयं सजग रहना चाहिए क्योंकि दुर्घटना कह कर नहीं आती है।

• बस में अपने साथ हमेशा दवाइयाँ तथा मरहम पट्टी की वस्तुएँ रखनी चाहिए।

• खराब मौसम में यात्रा नहीं करनी चाहिए।

• यदि मौसम खराब हो, तो बस या गाड़ी को कुछ समय के लिए रुकवा देना चाहिए।

• कोहरे के समय कम गति में गाड़ी चलानी चाहिए और अपने से आगे चलने वाली गाड़ी का अनुसरण करना चाहिए।

• यदि कोई गाड़ी चालक ओवर टेक करने का प्रयास करता है, तो उसे समझाना चाहिए।

• अत्यधिक गति में गाड़ी नहीं चलानी चाहिए।

• यदि कोई हादसा हो जाता है, तो शीघ्र आपातकालीन नंबर पर फोन करके सहायता मँगानी चाहिए।


(ग) मेरी दीदी के कंप्यूटर सर बचपन से विकलांग है। उनके दोनों पैर पोलियो के कारण खराब हो गए थे। उनका परिवार उनकी इस स्थिति से दुखी था। परन्तु उन्होंने कभी हार नहीं मानी। अपनी पढ़ाई आरंभ रखी और साथ ही बच्चों को ट्यूशन पढ़ाया। आगे चलकर उन्होंने गरीब बच्चों के लिए कंप्यूटर विद्यालय खोला। वह अपने खाली समय पर उन्हें शिक्षित करते हैं।


(घ) विकलांग व्यक्ति जिनका विकलांगता भी कुछ नहीं बिगाड़ पायी, उनके नाम इस प्रकार हैं-

1. लुई ब्रेल जो की ब्रेल लिपि की आविष्कारक थीं। वह बचपन से अंधी थी। इन्होंने ब्रेल लिपि का निर्माण कर लाखों अंधी आँखों को जीवन दिया है।

2. स्टीफन हॉकिंग यह प्रसिद्ध भौतिक वैज्ञानिक है। 21 साल की उम्र में इन्हें घातक रोग हो गया था, जिससे इनका सारा शरीर लकवाग्रस्त हो गया। परन्तु इन्होंने हार नहीं मानी और आज भी डटे हुए हैं और मानव सभ्यता के विकास के प्रति कार्यरत्त हैं।


(ङ) भारत के कुछ नृत्यों और नर्तक/नर्तकियों के नाम इस प्रकार हैं-

1. आनन्दा शंकर जयन्त (भारतनाट्यम)

2. प्रेरणा श्रीमाली (कथक)

3. कलामंडलम के जी वासुदेवन (कथकली)

4. पंजोउबम इबोतोन सिंह (मणिपुरी)

5. वैजयन्ती काशी (कुचीपुरी)

6. अरुणा महान्ती (ओडिसी)

 

(च) भारत में अनगिनत ऐसे नाम हैं, जिन्हें यह मैग्सेसे पुरस्कार मिला है। इनके नाम इस प्रकार हैं-

1.विनोबा भावे (1958)
25. बाबा आमटे (1985)

2. सी.डी. देशमुख (1959)
26. लक्ष्मीचंद जैन (1989)

3. अमिताभ चौधरी (1961)
27. के.वी. सुबन्ना (1991)

4. मदर टैरेसा (1962)
28. रविशंकर (1992)

5. दारा एन. खुरोदी (1963)
29. बानू कोयाजी (1993)

6. त्रिभुवनदास के पटेल (1963)
30. किरण बेदी (1994)

7. वर्गीज कुरीयन (1963)
31. टी.एन.शेषण (1996)

8. जय प्रकाश नारायण (1965)
32. पांडुरंग अठावले (1996)

9. कमला देवी चटोपाध्याय (1966)
33. महेश चन्द्र मेहता (1997)

10. सत्यजीत रे (1967)
34. महाश्वेता देवी (1997)

11. एम.एस.स्वामीनाथन (1971)
35. जॉकिन अर्पुथम (2000)

12. एम.एस.सुब्बलक्ष्मी (1974)
36. अरुणा राय (2000)

13. बी.जी.वर्गीज (1975)
37. राजेंद्र सिंह (2001)

14. शम्भु मित्रा (1976)
38. संदीप पांडेय (2002)

15. इला रमेश भट्ट (1977)
39. शांता सिन्हा (2003)

17. राजनकांत अरोल (1979)
40. जेम्स माइकल लिंगदोह (2003)

18. माबेला आरोल (1779)
41. लक्ष्मी नारायण रामदास (2003)

19. गौर किशोर घोष (1981)
42. वी.शांता (2005)

20. प्रमोद करण सेठी (1981)
43. अरविंद केजरीवाल (2006)

21. चण्डी प्रसाद भट्ट (1982)
44. पी.साईनाथ (2007)

22. मनीभाई देसाई (1982)
45. नीलिमा मिश्रा (2011)

23. अरुण शौरी (1982)
46. हरीश हांडे (2011)

24. आर.के. लक्ष्मण (1984)
47. कुलांदेई फ्रांकिस (2012)

 

 

 

 

 

 

 

NCERT Solutions for Class 7 Hindi Chapter 14 – पानी और धूप

 


Chapter 14 – पानी और धूप

 


Page No 81:


Question 1:

नमूना -> काका जेल न जाएँगे अब अब मत करना
कभी विचार माँ ये सीख नहीं पाए

न, मत और नहीं का इस्तेमाल किसी काम के मनाही के लिए किया गया है। तुम नीचे लिखे वाक्यों में ‘न’, ‘मत’, ‘मना’ और ‘नहीं’ भरो।

(क) तुम वहाँ ……………जाओ।

(ख) परीक्षा में …………… जो रामू फेल हुआ …………… ही असलम।

(ग) मुझे इस प्रश्न का उत्तर …………… पता।

(घ) माँ ने मुझे छत पर जाने से ……………… किया है।

ANSWER:
(क) तुम वहाँ मत जाओ।

(ख) परीक्षा में न जो रामू फेल हुआ न ही असलम।

(ग) मुझे इस प्रश्न का उत्तर नहीं पता।

(घ) माँ ने मुझे छत पर जाने से मना किया है।

 

Page No 81:

Question 1:
कहाँ से, किसने, क्यों, क्या, किसके, किसको

(क) सूरज ने …………….. बंद कर दिया अपने घर का दरवाज़ा।

(ख) बादल है …………….. काका।

(ग) बरसने लगा …………….. यह पानी।

(घ) …………… फोड़ घड़े बादल के की है इतनी शैतानी।

(ङ) ……………डाँट रहे हैं ……………. कहना नहीं सुना माँ का।

ANSWER:
(क) सूरज ने क्यों बंद कर दिया अपने घर का दरवाज़ा।

(ख) बादल है किसके काका।

(ग) बरसने लगा क्यों यह पानी।

(घ) किसने फोड़ घड़े बादल के की है इतनी शैतानी।

(ङ) किसको डाँट रहे हैं किसने कहना नहीं सुना माँ का।

 


Page No 81:
Question 1:

नमूना -> सूरज की माँ ने उसको बुला लिया। ऐसा
लगता है कि आसमान में सूरज नजर नहीं
आ रहा होगा ।

(क) सूरज ने अपने घर का दरवाज़ा बंद कर लिया।

(ख) काका किसी को ज़ोर-ज़ोर से डाँट रहे हैं।

(ग) आँगन में तलवार चल रही है।

ANSWER:
(क) सूरज ने अपने घर का दरवाज़ा बंद कर लिया।– ऐसा लगता है कि बादलों के कारण वह छिप गया है।

(ख) काका किसी को ज़ोर-ज़ोर से डाँट रहे हैं।– ऐसा लगता है कि बादलों के बीच गर्जना हो रही है।

(ग) आँगन में तलवार चल रही है।– ऐसा लगता है कि बिजली चमकने से आकाश में चिंगारी जल रही है।

 


Page No 81:

Question 1:
(क) किन पंक्तियों से पता चलता है कि कविता में माँ-बेटी या माँ-बेटे के बीच बातचीत हो रही है?

(ख) यह कविता आज़ादी मिलने से पहले के समय में लिखी गई थी। उस समय हमारे देश पर अंग्रेज़ों का राज था। किन पंक्तियों से पता चलता है कि लड़का/लड़की के काका स्वतंत्रता सेनानी थे?

ANSWER:
(क) अगर चाहती हो माँ काका
जाएँ अब न जेलखाना
तो फिर बिजली के घर मुझको
तुम जल्दी से पहुँचाना।
काका जेल न जाएँगे अब
तुझे मँगा दूँगी तलवार
पर बिजली के घर जाने का
अब मत करना कभी विचार।


(ख) पुलिसमैन अपने काका को
फिर न पकड़ने आएँगे
देखेंगे तलवार दूर से ही
वे सब डर जाएँगे।

 

 

Page No 82:
Question 1:
“बिजली के आँगन में अम्मा…….. “

इसमें जो आँगन है वह घर के बाहर के हिस्से को कहा गया है। घर के इन भागों को तुम अपनी भाषा में क्या कहते हो?

कमरा ———————

बरामदा —————–

रसोई ———————

छत ——————-

बैठक ———————

स्नानघर ——————

जीना ———————

शौचालय ——————

ANSWER:
इस प्रश्न का उत्तर विद्यार्थी अपने परिवारजनों से पूछकर स्वयं लिखें।

 


Page No 82:

Question 1:
(क) कुछ ऐसे देशभक्तों के नाम पता करके लिखो जो बचपन से ही आज़ादी की लड़ाई में कूद पड़े थे।

(ख) जब बच्ची अपनी माँ से सब बातें कर रही थी, उस समय का आसमान और मौसम कैसा रहा होगा? अपनी कल्पना से बताओ। (संकेत- धूप, सूरज, बादल, धरती, बिजली, लोगों की परेशानियाँ आदि)

(ग) कविता में आया है कि सूरज की माँ ने उसे घर के भीतर बुला लिया। पता करो कि क्या सूरज की भी माँ होती होगी?

ANSWER:
(क) भगत सिंह, चंद्रशेखर आज़ाद, इंदिरा गांधी, झाँसी की रानी।

(ख) जब बच्ची अपनी माँ से ये सब बातें कर रही थीं, उस समय का आसमान बादलों से भरा हुआ होगा और बारिश का मौसम हो रहा होगा। सभी लोग परेशान होगें कि यदि समय पर वे घर नहीं पहुँचे, तो भीग जाएँगे। आकाश में बादलों की तेज़ गर्जना हो रही होगी। गर्जना के कारण सभी के ह्दय धड़क रहे होगों। चारों तरफ़ बादलों के कारण सूरज छिप गया होगा और अंधकार छा गया होगा। थोड़ी देर में मूसलाधार वर्षा आरंभ हो गई होगी और लोग अपने सामान आदि को बचाने के लिए तेज़ी से भाग रहे होगें।

(ग) पुराणों के अनुसार देखा जाए, तो सूरज एक देवता है। वह कश्यप ऋषि की संतान है और उनकी माता का नाम अदिति है। परन्तु इसके विपरीत यदि वैज्ञानिक दृष्टिकोण से देखा जाए, तो सूर्य एक तारा है और इसका निर्माण ऐसे ही हुआ है, जैसे अन्य सभी तारों का होता है। यह हीलियम और हाइड्रोजन गैसों से बना हुआ है। अतः उसकी माँ नहीं हो सकती है।

 

Page No 82:

Question 1:
(क) सूरज को उसकी माँ ने क्यों बुला लिया?

(ख) बादल काका ज़ोर-ज़ोर से क्यों डाँट रहे हैं?

(ग) बिजली के बच्चों के वार खाली क्यों जा रहे हैं?

(घ) लड़की बिजली के घर क्यों जाना चाहती है?

(ङ) बिजली के घर में तलवार चलाना कौन सीख रहा है?

ANSWER:
(क) सूरज को उसकी माँ ने इसलिए बुला लिया है क्योंकि चारों ओर अंधकार छा गया था।

(ख) बादल काका इसलिए डाँट रहे थे क्योंकि बच्चों ने कोई शैतानी की है।

(ग) बिजली के बच्चों के वार इसलिए खाली जा रहे हैं क्योंकि उन्होंने अब तक सही प्रकार से तलवार चलाना नहीं सीखा है।

(घ) लड़की/लड़का बिजली के घर जाकर उसके बच्चों को तलवार सीखना चाहती है। यही कारण है कि वह बिजली के घर जाना चाहती/चाहता है।

(ङ) बिजली के बच्चे बिजली के घर में तलवार चलाना सीख रहे हैं।

 


Page No 82:

Question 1:
“तब माँ कोई कर न सकेगा

अपने ऊपर अत्याचार।”

कविता की इस पंक्ति में किस अत्याचार की बात की जा रही है? वे किस तरह के अत्याचार करते थे?

ANSWER:
इस पंक्ति में अंग्रेज़ों द्वारा देशवासियों में किए जा रहे अत्याचारों की बात हो रही है। अंग्रेज़ों ने भारत को अपना गुलाम बना लिया था। वे उन पर अनेक प्रकार के अत्याचार कर रहे थे। वे अमानवीयता की सभी हदें पार कर चूके थे। भारत का समस्त धन निचोड़कर अपने देश में भर रहे थे। यदि कोई उनका विरोध करता, तो वे उसे मारा-पीटा करते थे। यहाँ तक की उन्हें आंतकवादी घोषित कर कालापानी के लिए भेज दिया जाता था। यदि इससे भी दिल नहीं भरता था, तो उन्हें सरेआम फांसी पर लटका दिया जाता था। देश की जनता गरीब और गरीब हो रही थी। भारत में लोग एक समय के भोजन के लिए तरस रहे थे। परन्तु अंग्रेज़ों को इससे कोई सरोकार नहीं था। वे भारतीयों के साथ भेदभाव करते थे। उनकी तुलना कुत्ते से किया करते थे। हमें अपने ही देश के कई स्थानों पर आने-जाने से रोका जाता था।

 


Page No 83:

Question 1:
नीचे कविता में से कुछ पंक्तियाँ दी गई हैं। कविता की अगली पंक्तियाँ स्वयं बनाओ। ध्यान रखो, कविता में से देखकर नहीं लिखना।

नमूना -> जोर-जोर से गरज रहे हैं। तड़ तड़ तड़ तड़
बरस रहे हैं।

(क) तब माँ कोई कर न सकेगा

(ख) बिजली के आँगन में अम्माँ

(ग) किसने फोड़ घड़े बादल के

ANSWER:
(क) तब माँ कोई कर न सकेगा
और किसी पर अन्याय।

(ख) बिजली के आँगन में अम्माँ
क्यों खेल रही हैं, ये बालाएँ?

(ग) किसने फोड़ घड़े बादल के
बिखेर दिया है, जल सारा।

 

 

 

 

 

 

 

 

 

NCERT Solutions for Class 7 Hindi Chapter 15 – गीत

 

 

 

Chapter 15 – गीत

 

Page No 85:

Question 1:
(क) कवि फूलों, गीतों और विद्या की खेती क्यों करना चाहता है?

(ख) इसी जन्म में, इस जीवन में,
हमको तुमको मान मिलेगा।
इसमें किसे मान मिलने की बात कही गई है?

(ग) कविता की कुछ पंक्तियाँ छाँटकर लिखो जिनसे पता लगता है कि कवि को इस बात पर पूरा भरोसा है कि एक दिन सबको मान मिलेगा।

(घ) कविता में कवि बार-बार मान मिलने की बात करता है। मान मिलने से हमारे-तुम्हारे जीवन में क्या बदलाव आएगा?

ANSWER:
(क) कविता में कवि फूलों, गीतों और विद्या की खेती करने की बात करता है। कवि के अनुसार फूल प्रेम का प्रतीक है। फूलों की खेती से उसका तात्पर्य प्रेम का प्रसार करना है। इससे लोगों में सद्भावना और भाईचारे का विकास होगा। गीतों की खेती से कवि का तात्पर्य है कि वह इनके माध्यम से जन-जन को जागृत करेगा। उसके इस प्रयास में पूरा अपना भारत सहयोग देगा। विद्या की खेती से उसका तात्पर्य विद्या का प्रचार-प्रसार करना है। इस तरह वह भारत के गाँव-गाँव, गली-गली में शिक्षा को बढ़ावा देगा और उपेक्षित लोगों के जीवन को नया भविष्य देगा।

(ख) इसमें कवि ने गरीब और उपेक्षित वर्ग को मान मिलने की बात कही है। अशिक्षा के कारण वे समाज द्वारा दया, घृणा और उपेक्षा का व्यवहार झेलते हैं। शिक्षा उनके जीवन में नया आरंभ करेगी। उसके बाद उनके जीवन में दया, घृणा और उपेक्षा का स्थान नहीं होगा।

(ग) इन पंक्तियों को पढ़कर पता चलता है कि कवि को पूरा भरोसा है कि एक दिन सबको मान मिलेगा-

(1) इस जीवन में,

हमको तुमको मान मिलगा।


(घ) मान मिलने पर समाज द्वारा स्वीकार कर लिया जाएगा। लोग दया की दृष्टि से नहीं देखेंगे। लोगों में उनके प्रति घृणा का भाव नहीं होगा। वे उपेक्षित नहीं कहे जाएँगे। उनका विकास होगा। ये बदलाव उनके जीवन को बदलकर रख देगें।

 

Page No 85:

Question 1:
नीचे कविता में से कुछ पंक्तियाँ दी गई हैं। बताओ, इन पंक्तियों का क्या अर्थ हो सकता है?

(क) दीप बुझे हैं जिन आँखों के,

उन आँखों को ज्ञान मिलेगा।

(ख) क्लेश जहाँ है, फूल खिलेगा।

(ग) हमको तुमको प्रान मिलेगा।

ANSWER:
(क) भारत में बहुत बड़ी जनसंख्या अशिक्षित है। अशिक्षा के कारण भुखमरी तथा गरीबी चारों और व्याप्त है। कवि इसी ओर संकेत करते हुए कहता है कि समाज में जो लोग अशिक्षित हैं उन्हें शीघ्र ही शिक्षा का अधिकार प्राप्त होगा। अशिक्षित लोग सदैव समाज द्वारा उपेक्षा का शिकार होते हैं। शिक्षा प्राप्त करके वे शिक्षित हो जाएँगे और उन्हें भी समाज में आदर-सम्मान से देखा जाएगा।

(ख) लोग अशिक्षा के कारण दूसरे के हाथों की कठपुतली बन जाते हैं। कुछ स्वार्थी लोग धर्म के नाम पर उन्हें आपस में लड़वा देते हैं। शिक्षा उनके विचारों में परिवर्तन लाएगी और तब धार्मिक और जातिए झगड़े समाप्त हो जाएँगे। वहाँ अमन और प्रेम के फूल खिल जाएँगे।

(ग) हमें और तुम्हें शिक्षा के माध्यम से नया जीवनदान मिलेगा अर्थात् अभी तक हम और तुम गरीबी का जीवन जी रहे थे। इसके बाद हमें भी उपेक्षित समाज में सम्मान और अधिकार मिलेगा। ये सब बातें नवजीवन से कम नहीं होगी।

 


Page No 85:
Question 1:
(क) तुम्हें अपने आस-पास यदि लगे कि किसी को सचमुच में आज भी मान-सम्मान नहीं मिला है ओर उसको तुम मान-सम्मान दिलाना चाहते हो तो उनके नामों की सूची बनाओ।

(ख) अपनी सूची में से किसी एक के बारे में बताओ कि उसे मान-सम्मान कैसे मिल सकता है?

ANSWER:
(क) (1) हमारी कामवाली
(2) खेल तमाशा दिखाने वाला
(3) कूड़ा उठाने वाला
(4) गुब्बारे बेचने वाला
(5) हमारा चौकीदार

(ख) हमारी कामवाली दूसरों के घर में काम करती है इसलिए उसे सम्मान की दृष्टि से नहीं देखा जाता है। सब उससे डरते हैं कि कहीं काम छोड़कर चली गई तो काम कौन करेगा। परन्तु सम्मान की दृष्टि से कोई नहीं देखता। मैं चाहता हूँ कि लोग उसे सम्मान की दृष्टि से देखें। इसलिए मैं चाहूँगा कि वह पढ़े-लिखे। यदि वह पढ़ेगी तो अपने बच्चों को भी बेहतर भविष्य दे पाएगी। इसलिए मैं उसे पढ़ने के लिए प्रेरित करूँगा।

 


Page No 86:

Question 1:
अनुमान, अपमान

ये शब्द ‘मान’ शब्द में ‘अनु’ और ‘अप’ उपसर्ग लगाकर बनाए गए हैं। इसी प्रकार तुम भी ‘मान’ शब्द में कुछ दूसरे उपसर्ग लगाकर नए शब्द बनाओ।

ANSWER:
(1) सम् + मान = सम्मान

(2) वि + मान = विमान

(3) अभि + मान = अभिमान

(4) प्रति + मान = प्रतिमान

(5) सा + मान = सामान

 

 

Page No 86:
Question 1:

नमूना -> वह मोर सा नाचता है।
(क) लक्की……….की तरह गरजता है।

(ख) सलमा……….की तरह दौड़ती है।

(ग) मेघाश्री की आवाज़……….की तरह मीठी है।

(घ) मनीष के कान……….की तरह तेज़ है।

ANSWER:
(क) लक्की शेर की तरह गरजता है।

(ख) सलमा चीते की तरह दौड़ती है।

(ग) मेघाश्री की आवाज़ कोयल की तरह मीठी है।

(घ) मनीष के कान कुत्ते की तरह तेज़ है।

 

 

 

 

कक्षा 6 हिन्दी के प्रश्न उत्तर

NCERT books 2024 and their solutions of each chapter are given below. Chapters of VASANT part 1 and DOORVA part 1 are given separately. For Bal Ramkatha, only chapter are given to study online. All the answers of Bal Ramkatha are given in a single PDF file.

कक्षा 6 हिन्दी – वसंत भाग 1

NCERT Solutions of Vasant part 1 for class 7 includes कविता में दिए गए प्रश्न अभ्यास, आशय स्पष्ट करो, संस्मरण तथा कहानियों के प्रश्न उत्तर, etc, Solutions are made in easy language so that each and every student can understand the concept of question. वसंत के कुछ पाठों में कहानी /संस्करण से आगे, अनुमान और कल्पना, भाषा की बात आदि के उत्तर भी दिए गए हैं।

CLASS 7 NCERT SOLUTIONS

NCERT Books Solutions for class 7 Maths, English, Hindi and Science are given below to download free in PDF.

CBSE NCERT Solutions For Class 7 Hindi

कक्षा 6 हिन्दी – दूर्वा भाग 1

दूर्वा के NCERT Solutions में पाठ १: कलम से लेकर पाठ १२: हमारा घर तक के पाठों के उत्तर उपलब्ध नहीं हैं क्योंकि इन पाठों में मुख्यातः मौखिक प्रश्न हैं जो कि छात्र – छात्राएं कक्षा में ही कर सकते हैं। उसके बाद के पाठों के प्रश्न उत्तर, नमूनों के अनुसार लिखना, कोष्ठक में दिए गए शब्दों में से सही शब्द चुनकर वाक्य पूरा करना, नमूनों के अनुसार वाक्य बदलना आदि सभी कुछ दिया गया है। Solutions of these chapters are made easy to understand just like NCERT Solutions 2024-25 of Science class 7.

कक्षा: 7हिन्दी के प्रश्न उत्तर
किताबें:वसंत और दूर्वा

All answers are done properly based on new CBSE Syllabus and following the latest NCERT Books. Visit to discussion forum to ask your doubts and share your knowledge with others. If your facing any problem in getting the contents, please contact us without any hesitation.

NCERT Solutions of Vasant part 1 for class 7 includes कविता में दिए गए प्रश्न अभ्यास, आशय स्पष्ट करो, संस्मरण तथा कहानियों के प्रश्न उत्तर, etc, Solutions are made in easy language so that each and every student can understand the concept of question. वसंत के कुछ पाठों में कहानी /संस्करण से आगे, अनुमान और कल्पना, भाषा की बात आदि के उत्तर भी दिए गए हैं।

About The Author

Hemant Singh

Hello friends, I am Hemant, Technical Writer & Co-Founder of Education Learn Academy. Talking about education, I am a student. I enjoy learning things related to new technology and teaching others. I request you that you keep supporting us in this way and we will continue to provide new information for you. :)

Comments are closed.

Join our Telegram Chennal, you'll find something for yourself there.

Access 10 Lakh+ Premium Courses for Free!
Get our Own Exclusive Content Too.
Receive Quick Updates on the Latest Update.
Post Daily Current Affairs for All Govt Exam.